गुरुवार (5 जनवरी) को दिल्ली के कंझवाला केस के आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने आरोपियों को चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है.पुलिस के सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा कारणों से सभी आरोपियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रोहिणी कोर्ट में पेश किया गया है. दिल्ली पुलिस ने पांच दिन की रिमांड की मांग की थी. आपको बताते हैं कि कोर्ट की सुनवाई में क्या कुछ हुआ और अब तक मामले में क्या-क्या खुलासा हुआ है.
कंझवाला केस के आरोपियों की पुलिस हिरासत की मियाद खत्म होने के बाद उन्हें गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया. दिल्ली पुलिस ने कोर्ट से आरोपियों की पांच दिन की रिमांड की मांग की. इस पर कोर्ट ने पूछा कि 5 दिन क्यों? जिस पर दिल्ली पुलिस की ओर से कहा गया कि जांच को आगे बढ़ाना है. आरोपियों ने गुमराह करने की कोशिश है, लेकिन अब सही तथ्य पता चल रहे हैं. कोर्ट ने पांचों आरोपियों की हाजिरी लगवाई और पूछा कोई चोट तो नहीं है जवाब मिला नहीं.
पुलिस ने कोर्ट में क्या कहा?
कोर्ट में आरोपी मनोज के वकील ने कहा कि वो कार में पीछे बैठा था उसका इस घटना में कोई रोल नहीं था. पुलिस ने कोर्ट को बताया कि ये 31 दिसंबर की रात की घटना है. पीड़िता को कार से 13 किमी तक खींचा गया था. पहले दीपक ने बताया था कि वो ड्राइवर था, लेकिन वो गलत था. इस मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार करना बाकी है. मतलब अब मामले में कुल 7 आरोपी हो गए हैं.
पुलिस ने बताया कि ये लोग करीब 2 घंटे तक बॉडी के साथ घूमते रहे. पेट्रोल पंप, ढाबे से सीसीटीवी फुटेज लिया गया है. पहले आरोपी झूठ बोल रहे थे पर अब नये तथ्य सामने आये हैं. मामले में 304, 120बी, 201 की धराएं जोड़ी गई हैं. कोर्ट ने पांचों आरोपियों को चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा.
आरोपियों का भी एक वीडियो सामने आया
कंझावला केस में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही नए-नए खुलासे होते रहे हैं. गुरुवार को आरोपियों का भी एक सीसीटीवी वीडियो सामने आया है. इसमें पहली बार पांचों आरोपी एक साथ नजर आए. ये फुटेज 1 जनवरी सुबह 4 बजकर 33 मिनट का है. सभी आरोपी अपनी कार से उतरते हुए दिख रहे हैं.
निधि पर लगे आरोप
इसी बीच गुरुवार को पीड़िता अंजलि की दोस्त निधि पर भी आरोप लगा है. निधि के पड़ोस में रहने वाले युवक ने निधि पर धमकी देने का आरोप लगाया है. निधि के पड़ोसी का दावा है कि उसने हादसे वाले दिन सुबह निधि को देखा था. इस बात को बताने पर निधि ने उसको धमकी दी है. उसने कहा कि उसने निधि के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी है कि उसे निधि से जान का खतरा है.
दिल्ली महिला आयोग नाखुश
इसके अलावा दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल अंजलि मर्डर केस को सीबीआई को ट्रांसफर करने का सुझाव केंद्र को भेजेंगी. दिल्ली पुलिस ने आयोग के सामने हाजिरी में जो जवाब दिए हैं उससे आयोग नाखुश है.
दिल्ली महिला आयोग की ओर कहा गया कि निधि का फोन अब तक जब्त नहीं किया गया है. अभी तक सारे सीसीटीवी फुटेज नहीं खंगाले गये, केस में धारा 302 नहीं लगाई गई. हादसे की रात पुलिस का रिस्पॉन्स बेहद खराब रहा. साथ ही चश्मदीद गवाहों का 164 बयान दर्ज नहीं किया गया. आयोग ने कहा कि दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हो और केस सीबीआई को सौंपा जाए.