रांची: गिरिडीह स्थित जैन तीर्थक्षेत्र श्रीसम्मदेशिखरजी को पर्यटन क्षेत्र बनाने को लेकर जैन समाज के विरोध-प्रदर्शन और रैलियों के बाद राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस विषय पर चुप्पी तोड़ी है। सीएम सोरेन ने कहा कि वह इस विषय पर अपनी विशेष बात अभी नहीं रख पाएंगे। भारत सरकार द्वारा गजट प्रकाशित हुआ है, इसपर हमने न तो कोई टीका-टिप्पणी की है और न ही कोई निर्णय लिया है। यह किस संदर्भ में है, इसकी जानकारी लेनी होगी। इसमें कोई चिंता की आवश्यकता नहीं है। राज्य में सभी समाज और धर्मों का सम्मान है। जो भी जैन समाज के सवाल हैं, उन सवालों के क्या हल हो सकते हैं, ये हम देख रहे हैं। इस मुद्दे पर मीडिया ट्रायल का कोई फायदा नहीं है। अभी तक क्या कार्रवाई हुई है, उसे देखने के बाद ही सरकार कोई निर्णय करेगी।
आंदोलन के लिए ळााजपा दोषी, केन्द्र सरकार गजट रद्द करे: झामुमो
जेएमएम के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि आज देश का सबसे शांत समुदाय जैन समुदाय जो उद्वेलित हो रहा है, उसके लिए भाजपा दोषी है। इस मुद्दे पर भाजपा झूठ फरेब की खेती कर रही है। उसने इस राज्य पर कलंक लगाने का काम किया है। आज जैन समाज के लोग उद्वेलित हैं। राष्ट्रीय फलक पर झारखंड की किरकिरी हो रही है। एक नया परशेप्सन बनाया जा रहा है कि झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित किया है जबकि सच्चाई इसके उलट है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार गजट प्रकाशित कर सम्मेद शिखर को पर्यटन क्षेत्र घोषित करती है। फिर उसी गजट के आधार केंद्र सरकार गजट प्रकाशित करती है। जिस साल और तारीख को गजट प्रकाशित किया जाता है, उस समय झारखंड और केंद्र दोनों जगह भाजपा की सरकार थी। पत्रकारों से बातचीत करते हुए महासचिव ने कई दस्तावेज साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किए जो यह बता रहे हैं कि पारसनाथ को पर्यटन स्थल घोषित करने का काम भाजपा की सरकार में हुआ है।
जैन समुदाय की भावना को लेकर सीएम संवेदनशील: बातचीत में उन्होंने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन जैन समुदाय की भावना को लेकर संवेदनशील हैं। अगर ऐसा नहीं होता तो भाजपा की करतूत को दरकिनार करते हुए पारसनाथ की पवित्रता को बनाए रखने का आदेश जारी नहीं करते। उन्होंने पर्यटन सचिव के हस्ताक्षर से जारी 21 दिसंबर 2022 के पत्र का सम्मेद शिखर को लेकर सरकार कोई कदम उठाने जा रही? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस गजट को रद्द कर दे। हमने पारसनाथ की पवित्रता को बरकरार रखने का निर्देश दे दिया है। आज जो विवाद हो रहा है, उसे अपनी गलती मानते हुए भाजपा माफी मांगे और केंद्र सरकार प्रकाशित गजट को रद्द कर दे।