गुलमर्ग और पहलगाम-जमा देने वाला तापमान भी लोगों की उत्सुकता में बाधा नहीं डाल पाया

गुलमर्ग और पहलगाम में हो रही लगातार बर्फबारी के कारण पर्यटकों का जमावड़ा लग गया है. कश्मीर की खूबसूरती को देखते हुए अक्सर इसे भारत का स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है.
गुलमर्ग (Gulmarg) और पहलगाम के पर्यटक रिसॉर्ट्स में मौसम की सबसे ठंडी रात दर्ज की गई, जहां शनिवार की रात का तापमान -9.4 डिग्री सेल्सियस और -8.2 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया.
नए साल का स्वागत करने के लिए हजारों पर्यटक और इलाके के लोग पर्यटन रिसॉर्ट्स में जमा हुए थे. हालांकि जमा देने वाला तापमान भी लोगों की उत्सुकता में बाधा नहीं डाल पाया.
लोगों ने तापमान -9.4 डिग्री सेल्सियस और -8.2 डिग्री सेल्सियस होने के बावजूद नए साल का स्वागत नाच-गाने और पटाखों के साथ किया.
गुलमर्ग और पहलगाम में हो रही बर्फबारी के कारण जमीन ने सफेद चादर ओढ़ ली, जो देखने में बहुत आकर्षक लग रही है और लोगों का मन मोह रही है.कश्मीर इस समय में चिल्लई-कलां की चपेट में है. दरअसल, 40 दिनों की कड़ाके की सर्दी के दौरान क्षेत्र में शीतलहर चलती है और तापमान में काफी गिरावट आती है.
चिल्लई-कलां के समय में बर्फबारी की संभावना सबसे अधिक होती है और पहाड़ी इलाकों में सबसे ज्यादा बर्फ गिरती है.चिल्लई-कलां का समय 21 दिसंबर से शुरू होता है और 30 जनवरी को खत्म होता है. इसके बाद 20 दिनों की चिल्लई-कलां (मध्यम ठंड) और 10 दिनों की चिल्लई-कलां (छोटी ठंड) का समय आता है.

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