जमशेदपुर : पारडीह काली मंदिर में आज करीब 40 हजार भक्तों ने भंडारा के दौरान प्रसाद ग्रहण किया. जूना अखाड़ा के अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता महंत विद्यानंद सरस्वती जी की देखरेख में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी. आज सुबह से ही पारडीह काली मंदिर में नववर्ष के मौके पर भी पूजा अर्चना करने के लिये शहर के अलग-अलग हिस्सों एवं आसपास के ग्रामीण इलाकों के निवासी पहुंचे थे. कल रुद्राभिषेक के साथ दो दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ था. देश के अलग-अलग हिस्सों से बड़ी संख्या में साधु महात्मा हर सालकी तरह इस साल भी इस आयोजन में शामिल होने के लिये पहुंचे. दोपहर से भंडारा का कार्यक्रम आरंभ हुआ, जो देर शाम तक चलता रहा. करीब सौ गांवों से ग्रामीण आयोजन में शामिल हुए थे. विधायक सरयू राय, पूर्वी सिंहभूम की उपायुक्त विजया जाधव सहित शहर के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता, स्वंयसेवी संगठनों से जुड़े प्रतिनिधि, व्यापारी आदि शामिल हुए.
महंत विद्यानंद सरस्वती ने बताया कि 34 साल पहले आज ही के दिन उनके गुरु ब्रह्मलीन हुए थे. परंपरा के अनुसार एकदिन भी खाली नहीं जाना चाहिये, इसकारण उसीदिन उन्हें यहां का महंत बनाया गया. महंत विद्यानंद सरस्वती ने पूरे झारखंडवासियों के लिये मंगलकामना की और कहा कि कोरोना महामारी से ईश्वर सभी की रक्षा करें.