खुलने का मार्ग प्रशस्त-प्रभाकर सिंह
घाटशिला अनुमंडल के इतिहास में गुरुवार का दिन बहुत ही ऐतिहासिक साबित हुआ जब अनुमंडल के पहले व एकमात्र विश्वविद्यालय सोना देवी विश्वविद्यालय को झारखंड विधानसभा में मंजूरी मिल गई मंजूरी मिलने के बाद विधेयक को राज्यपाल के पास भेजा गया है जहां उनकी स्वीकृति मिलने के बाद ही विश्वविद्यालय के लिए नियुक्ति व नामांकन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. इसकी जानकारी सोना देवी विश्वविद्यालय के संस्थापक प्रभाकर सिंह ने दी है उन्होंने इसके लिए प्रदेश के सीएम हेमंत सोरेन व घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन के प्रति आभार भी जताया है. झारखंड विधानसभा द्वारा विश्वविद्यालय विधेयक अधिनियम 2023 के तहत सोना देवी विश्वविद्यालय को स्वीकृति देने के बाद अब विश्वविद्यालय खुलने का मार्ग प्रशस्त हो गया है. बता दें कि पिछले 14 दिसंबर को कैबिनेट ने सोना देवी विश्वविद्यालय विधेयक पर अपनी मुहर लगा दी थी जिसके बाद यह विधेयक गुरुवार को झारखंड विधानसभा में स्वीकृत हो गया और इसे स्वीकृति के लिए राज्यपाल के पास भेज दिया गया है इसके साथ ही घाटशिला अनुमंडल के पहले वह एकमात्र सोना देवी विश्वविद्यालय खुलने का मार्ग प्रशस्त हो गया है बता दें कि राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 33 अब 18 के ठीक बगल में किताडीह में सोना देवी विश्वविद्यालय का विशाल भवन बनकर पूरी तरह तैयार है सोना देवी विश्वविद्यालय के संस्थापक प्रभाकर सिंह ने बताया की राज्यपाल से स्वीकृति मिलने के बाद ही विश्वविद्यालय में नियुक्ति व नामांकन का दौर शुरू कर दिया जाएगा शुरुआती चरण में स्नातक स्तर के कला विज्ञान व वाणिज्य संकाय की पढ़ाई होगी साथ ही इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, कृषि व कंप्यूटर साइंस में स्नातक की डिग्री शुरू होगी इसके अलावा स्कूल ऑफ नर्सिंग में एएनएम व जीएनएम के साथ साथ स्कूल ऑफ फार्मेसी में डी फार्मा व बी फार्मा की पढ़ाई भी शुरू होगी इसके अलावा स्कूल ऑफ लॉ में एलएलबी व एल एल एम की पढ़ाई भी शुरू होगी इसके अलावा बीबीए व एमबीए की पढ़ाई भी इसी सत्र से यानी पहले सत्र से शुरू हो जाएगी उन्होंने बताया कि भविष्य में सोना देवी विश्वविद्यालय में बी एड आईटीआई और डिप्लोमा डेंटल कॉलेज के साथ-साथ मेडिकल कॉलेज और अस्पताल भी संचालित किए जाएंगे विश्वविद्यालय की ओर से छात्र छात्राओं के लिए अलग-अलग हॉस्टल बनाए जाएंगे साथ ही विश्वविद्यालय परिसर में कर्मचारियों के लिए क्वार्टर का निर्माण होगा बता दें कि पिछले कई दशकों से लगातार घाटशिला अनुमंडल में विश्वविद्यालय स्थापना के लिए प्रयास जारी थे इसी कड़ी में सोना देवी विश्वविद्यालय का खुलना अनुमंडल ही नहीं प्रदेश के शैक्षणिक प्रवेश में एक सर्वश्रेष्ठ कदम माना जा रहा है बता बैंक की वर्तमान समय में घाटशिला कॉलेज व महिला कॉलेज में केवल सामान्य एकेडमी की पढ़ाई होती है इन महाविद्यालयों में शिक्षकों व संसाधनों की भी कमी है जिसके कारण गरीब तबके के लोग आगे की पढ़ाई बहुत ही मुश्किल से करा पाते हैं लेकिन सोना देवी विश्वविद्यालय में एकेडमिक पढ़ाई के साथ-साथ अन्य रोजगार परक पाठ्यक्रमों की पढ़ाई होने से उनमें कुशलता का विकास होगा