तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन को फिजियोथेरेपी देने के मामले में अब एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है मंत्री सत्येंद्र जैन जिस व्यक्ति से अपनी मसाज करवा रहे थे, वो रेप केस में आरोपी है। जेल में मसाज के वीडियो सामने आने के बाद भाजपा ने आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर सवाल उठाया था। उसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि जैन की तबीयत खराब है और उन्हें फीजियोथेरेपी दी जा रही है।
तिहाड़ के ऑफिशियल सूत्रों के हवाले से बताया कि जैन को मसाज देने वाला व्यक्ति रिंकू पॉक्सो एक्ट में बंद है। उसे एक साल पहले गिरफ्तार किया गया था। वह फीजियोथेरेपिस्ट नहीं है। यह जानकारी भी सामने आ रही है कि रिंकू दुष्कर्म के मामले में आरोपित है और वह जेल में ही कैदी है। इस कैदी पर POCSO अधिनियम की धारा 6 और IPC की धारा 376, 506 और 509 का आरोप लगाया गया है। पूर्व में उसे फिजियोथेरेपिस्ट बताया गया था।
यह खबर सामने आने के बाद भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट किया। उन्होंने लिखा- अच्छा तो ये फीजियोथेरेपिस्ट नहीं था। सत्येंद्र जैन को मसाज देने वाला रेपिस्ट था। शॉकिंग। केजरीवाल को जरूर इस पर जवाब देना चाहिए कि उन्होंने सत्येंद्र जैन का बचाव क्यों किया और फीजियोथेरेपिस्ट की बेइज्जती क्यों की।
तीन दिन पहले शहजाद पूनावाला ने ही कुछ वीडियो शेयर किए थे, जिनमें सत्येंद्र जैन जेल में मसाज करवाते दिखाई दे रहे थे।
जैन के वकील का आरोप- ED वीडियो लीक कर रही
दिल्ली की एक कोर्ट में जैन की ओर से पेश हुए एडवोकेट राहुल मेहरा ने आरोप लगाया है कि ED कोर्ट के आदेश और दिए गए वचन के बावजूद मीडिया को संवेदनशील जानकारी लीक कर रहा है। हालांकि ईडी के वकील जोहैब हुसैन ने इन आरोपों से इनकार किया है।
सिसोदिया ने कहा था- बीमारी का मजाक बनाना शर्मनाक
वीडियो सामने आने के बाद दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया तुरंत सत्येंद्र जैन के पक्ष में सामने आए थे। उन्होंने कहा था कि जैन बीमार हैं और डॉक्टरों की सलाह पर फीजियोथेरेपी ले रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि तिहाड़ के वीडियो लीक कैसे हुए और भाजपा के पास कैसे पहुंचे। साथ ही जैन की बीमारी का मजाक बनाने को शर्मनाक बताया था।
फीजियोथेरेपिस्ट एसोसिएशन ने कहा था- थैरेपी को नीचा न दिखाएं
सिसोदिया के बयान का इंडियन एसोसिएशन ऑफ फीजियोथेरेपिस्ट ने विरोध किया था। एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा था, “प्रोफेसर के तौर पर ये कह सकता हूं कि वीडियो में जो मसाज दिखाई दे रही है, वह फीजियोथेरेपी नहीं। देशभर में कई फीजियोथेरेपिस्ट जेल में हैं, लेकिन ये थेरेपी को नीचा दिखाने का तरीका है। हम इस तरह के मसाज को फीजियोथेरेपी कहने का विरोध करते हैं। इसके लिए जिम्मेदार मंत्री माफी मांगें।