रांची अवैध खनन मामले में इडी ने रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से 9.30 घंटे तक पूछताछ की। रात 9.45 बजे सीएम हेमंत सोरेन ईडी दफ्तर से बाहर आये। वे पैदल ही बाहर निकले और फिर अपनी गाड़ी में बैठकर निकल गये। इसके ठीक पहले उनसे मिलने पत्नी कल्पना सोरेन भी पहुंचीं। सीएम यहंां से सीधे अपने आवास पहुंचे जहां तमााम मंत्री एवं महागठबंधन के नेता उनका इंतजार कर रहे थे। उनसे वे मिले।
सीएम दोपहर 12 बजे इडी कार्यालय पहुंचे थे और लगातार वहां करीब नौ घंटे रहे इस दौरान सीएम आवास के बाहर हजारोंकी संख्या में जेएमएम कार्यकर्ता जमे रहे। वे सीएम के वापस आने का इंजतार करते रहे।
सूत्रों के मुताबिक हेमंत सोरेन से 26 सवाल किए गए। मुख्यमंत्री से पूछताछ के लिए 100 सवालों की लिस्ट पहले से ही तैयार थी। पूछताछ के लिए बकायदा दिल्ली से अफसरों की टीम रांची पहुंची है। इन सवालों में 1000 करोड़ के अवैध खनन का मामला। मुख्यमंत्री ने 1000 करोड़ के अवैध खनन सहित विभिन्न मुद्दों पर तीन पन्नों में जो ईडी के प्रश्नों का उत्तर दिया था, उसे ईडी ने एक सिरे से खारिज कर दिया है। ईडी के अनुसार वह 1000 करोड़ के रायल्टी चोरी का नहीं, बल्कि 1000 करोड़ के अवैध खनन की जांच कर रही है, जो हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री काल में साहिबगंज के क्षेत्र में हुई है। वह भी तब जब मुख्यमंत्री खान एवं भूतत्व विभाग के मंत्री हैं।
उनके विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के घर से मिले दस्तावेजों के संबंध में भी सवाल किए गए हैं।
ईडी ने मुख्यमंत्री को समन करने से पहले ईडी ने अपना होमवर्क पूरा कर लिया था और पुख्ता दस्तावेज के साथ मुख्यमंत्री के सामने बैठी, ताकि मुख्यमंत्री को सवालों से घेरने में सफल हो सकें। ईडी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईडी ने दिनभर चली पूछताछ में मुख्यमंत्री से उनकी संपत्ति का हिसाब भी मांगा। मुख्यमंत्री ने कहां कितनी चल-अचल संपत्ति बनाई, इसपर भी कई सवाल दागे, जिसका मुख्यमंत्री ने जवाब भी दिया है। बताया जाता है कि ईडी उनके जवाब से संतुष्ट नहीं है।
इस संबंध में सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट किया और कहा कि हेमंत सोरेन ने अपनी संपत्ति का हिसाब नहीं दे पा रहे हैं। वे सवालों से घबरा गए। इधर, दोपहर में सीएम के लिए उनके घर से खाना ईडी ऑफिस आया था। खाने में रोटी, चावल, दाल और सब्जी भेजी गई थी।
ईडी दफ्तर पहुंचने के पहले बोले सीएम हेमंत सोरन…सारे आरोप निराधार, मैं देश छोडक़र भागने वाला नहीं
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन प्रवर्त्तन निदेशालय (ईडी) दफ्तर जाने के पहले अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद करार दिया। उन्होंने ईडी की ओर से अवैध खनन के मामले में 1000 करो? रुपये घोटाले के आरोप पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि साहिबगंज जिले में खनन से सालभर में सरकार को इतना राजस्व भी नहीं प्राप्त नहीं होता है। किस आधार पर ईडी की ओर से ये आरोप लगाए गए हैं। यह समझ से परे है।
सीएम हेमंत सोरेन ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वे अभी सीएम हैं, संवैधानिक पद पर है, लेकिन ईडी की ओर से इस तरह की कार्रवाई की जा रही है कि वे देश छोड़ कर भागने वाले हैं, लेकिन उन्हे यह नहीं लगता है कि संवैधानिक पद पर रहने वाला कोई व्यक्ति इस तरह की कार्रवाई से देश छो? कर भागा है। ईडी की इस तरह की कार्रवाई से कई संशय उत्पन्न होते हैं।
हेमंत सोरेन ने ईडी की कार्रवाई को सरकार को अस्थिर करने का ष?यंत्र करार देते हुए कहा कि पहले पनडुब्बी की तरह पानी के अंदर रहकर साजिश रची रही थी, आज से पानी के बाहर आकर काम करने लगे है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की ओर से महीने पहले राज्यपाल को अपना मंतव्य भेजा जा चुका है, लेकिन आज तक राज्यपाल ने उस लिफाफे को नहीं खोला है। पिछले दिनों राज्यपाल की ओर से यह कहा गया कि उन्होंने दूसरा मंतव्य राज्यपाल से मांगा है, लेकिन जब उन्होंने इस संबंध में आयोग से जानकारी मांगी, तो आयोग की ओर से कहा गया कि राज्यपाल की ओर से कोई दूसरा मंतव्य
नहीं मांगा है। यह पूरी तरह से असंवैधानिक है। उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकारी मिली है कि ईडी-सीबीआई की ओर से अभी सत्तारू? गठबंधन के कई विधायकों के ठिकानों पर छापेमारी की जा सकती है।
सीएम हाउस से ईडी दफ्तर पहुंचे
प्रेस कांफ्रेंस समाप्त करने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सीधे ईडी दफ्तर के लिए निकले। रास्ते में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। ईडी दफ्तर के बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। कार्यालय के बाहर ब?ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी। ईडी कार्यालय के बाहर देशभर के मीडिया कर्मियों का जमाव?ा लगा है। सीएम हेमंत सोरेन को ईडी दफ्तर छो?ने के बाद उनके छोटे भाई बसंत सोरेन ईडी कार्यालय से बाहर निकले।
ईडी कार्यालय के आसपास निषेधाज्ञा लागू
इधर, रांची जिला प्रशासन ने एयरपोर्ट रोड स्थित ईडी कार्यालय के आसपास के इलाके में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। जिला प्रशासन की ओर से जारी आदेश में बताया गया है कि गुरुवार को विभिन्न संगठनों की ओर से धरना-प्रदर्शन और जुलूस निकाले जाने की सूचना है। ऐसे में इस क्षेत्र में दंडाधिकारियों के नेतृत्व में पर्याप्त संख्या में पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इस क्रम में रांची सदर अनुमंडल पदाधिकारी की ओर से हिनू चौक से होटल ग्रीन एकर्स तक एयरपोर्ट रोड में दोनों ओर 100 मीटर की दूरी तक निषेधाज्ञा लागू किया गया है। यह आदेश आज सुबह साढे दस बजे से अगले आदेश
तक जारी रहेगा।