दुमका , जिले की पुलिस ने धर्म जाति के बंधनों को तोड़ समाज में एक ऐसी मिसाल पेश की है जिसकी जनता खूब सराहना कर रही है । दरअसल मामला शिकारीपाड़ा थाना का है। थाना क्षेत्र के बरमसिया के समीप धनबाद गांव में पांच दिन पूर्व मनसा राय नामक एक युवक ने आत्म हत्या कर ली थी । पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया और परिजनों को सौंप दिया। पर मृतक की यूपी में ब्याही गई दो बहनों ने गांव वालों को चेतावनी दी कि जबतक हमलोग नहीं आएंगे अंतिम संस्कार नहीं करना। जिससे गांव वाले भड़क गए। मृतक की बहन जब गांव पहुंची तो गांव वाले अंतिम संस्कार में शामिल होने से इंकार कर दिया। अर्थी को कंधा देने वाला कोई नहीं था। इसकी जानकारी जैसे ही एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी को मिली तो फौरन दल बल के साथ गांव पहुंचे और अर्थी को कंधा देकर एक मिसाल कायम की। इस नेक काम में शिकारीपाड़ा थाना प्रभारी संजय सुमन , विधायक प्रतिनिधि लाल मोहम्मद के अन्य पुलिस के जवान भी सहयोग किया। यहां बताते चलें कि अंतिम संस्कार पूरे हिंदू रिति-रिवाजों के अनुसार किया गया । इस बात की पुष्टि जैसे जैसे लोगों को हो रही है वैसे ही पुलिस की सराहना भी की जा रही है। एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी ने कहा कि मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं.