ऐसे सामाजिक पहल से पवित्र आस्था में गरीबी बाधक नहीं बनती है-शिवशंकर सिंह
जमशेदपुर। लोक आस्था एवं सूर्य उपासना के महापर्व छठ पर शहर की सामाजिक संस्था कोशिश ‘एक मुस्कान लाने की’ के द्वारा विभिन्न क्षेत्र के जरुरतमंद छठ व्रतधारियों के बीच निःशुल्क छठ पूजन सामग्री का वितरण किया गया। शनिवार को बारीडीह स्थित गोलचक्कर के समीप आयोजित कार्यक्रम में भाजपा झारखंड प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी, चंद्रशेखर मिश्रा एवं संस्था के मुख्य संरक्षक शिवशंकर सिंह मुख्यरूप से शामिल हुए एवं व्रतधारियों के बीच फल सामग्री व पूजन सामग्री का वितरण किया। इस दौरान तीन सौ से अधिक व्रतधारियों के बीच सूप, पूजन सामग्री (नारियल, गन्ना, पानीफल, अमरूद, गागर नींबू, सेव, संतरा, केला, अदरक, हल्दी) दीया-बाती व अन्य सामग्री का पैकेट बनाकर वितरण किया गया।
इस अवसर पर संस्था के मुख्य संरक्षक शिवशंकर सिंह ने बताया कि कि छठ पूजा में ऐसे सामाजिक पहल से पवित्र आस्था में गरीबी बाधक नहीं बनती है। इसके साथ ही, छठ पर महंगे बाजार हो जाने के कारण वैसे परिवार जो पूजन सामग्री खरीदने में असमर्थ होते हैं उन्हें इससे थोड़ी सहायता मिलती है। कहा कि संस्था द्वारा विगत कुछ दिनों में छठ पूजा में प्रत्येक दिन सेवा कार्य किये गए। जिनमें लौकी, गन्ना वितरण के साथ अत्याधुनिक मशीनों के माध्यम से साफ-सफाई, घाट तक आने वाले सड़कों के समतलीकरण एवं मरम्मती संबंधी कार्य किये गए। इसमें संस्था के सदस्यगण ने कारसेवा दी। इसके अतिरिक्त शहर के विभिन्न बस्तियों व कॉलोनियों में जेसीबी के माध्यम से दर्जनों स्थानों पर अस्थायी छठ घाट का निर्माण किया गया। उन्होंने कहा कि संस्था अपने सामाजिक दायित्वों के प्रति पूर्ण रूप से सजग होकर आगे भी सामाजिक कार्यों को संपादित करेगी।
इस अवसर पर पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी, चंद्रशेखर मिश्रा, क्रीड़ा भारती के मंत्री राजीव कुमार, रबिन्द्र जी, राजेश सिंह बम, चंद्रशेखर सिंह, संजय सिन्हा, बबलू गोप, ह्नन्नी परिहार, प्रेम झा, पप्पू कुमार, राजेश सिंह, राकेश गिरी, कुणाल शर्मा, राजा अग्रवाल, पीयूष ईशु, जितेन्द्र सिंह, सुनील पांडेय, सुमित सिंह, युवराज सिंह, ऋषव सिंह, कुमार गौतम, हर्ष सिंह, कुंदन सिंह, अजय जायसवाल, सुबोध शर्मा, राणा प्रताप सिंह, संजू सिंह, अविनाश मिश्रा, रितेश मिश्रा, रसविंदर सिंह, रमेश राजू, कुमार विवेक, शेखर बाबू, अमित वर्मा, हर्ष सिंह, चंकी समेत अन्य उपस्थित थे।