ट्विटर के नए मालिक एलन मस्क, बाहर किए गए पराग अग्रवाल

ट्विटर के अपने 44 बिलियन डॉलर के खरीद सौदे को पूरा करने के बाद एलन मस्क ने कई अधिकारियों को निकाल दिया. इन अधिकारियों में सीईओ पराग अग्रवाल , कानूनी मामलों और नीति प्रमुख विजया गड्डे, मुख्य वित्तीय अधिकारी नेड सहगल और जनरल काउंसल सीन एडगेट भी शामिल हैं. मस्क ने ट्विटर की टॉप लीडरशिप पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी अकाउंट की संख्या को लेकर इन्वेस्टर्स को गुमराह करने का आरोप लगाया था.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पराग अग्रवाल ट्विटर से खाली हाथ नहीं जाएंगे. उनके हाथ एक अच्छी खास रकम आने वाली है. सौदे के एक हिस्से के रूप में, पराग अपने अनिवेशित इक्विटी अवॉर्ड्स का 100% निवेश करेंगे.

मस्क को करना होगा 42 मिलियन डॉलर का भुगतान

रिसर्च फर्म इक्विलर के अनुसार, इसका मतलब है कि वह अनुमानित $42 मिलियन (345 करोड़ रुपये से अधिक) कमाएंगे. ट्विटर के प्रॉक्सी के मुताबिक, 2021 में पराग अग्रवाल का कुल मुआवजा $30.4 मिलियन था, जब वह मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी थे. सीईओ के रूप में अग्रवाल का वेतन सालाना $1 मिलियन (9 करोड़ 24 लाख रुपये) बताया गया था.
अग्रवाल और सहगल दोनों को ही ट्विटर के सैन फ्रांसिस्को हेडक्वार्टर से बाहर निकाल दिया गया है. इसे लेकर अभी आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. हालांकि, मस्क ने 44 अरब डॉलर के सौदे के पूरा होने के बाद ट्वीट किया कि “पक्षी मुक्त हो गया”. मस्क और अग्रवाल पहले भी अधिग्रहण के बीच भिड़ चुके हैं.

मस्क ने 8 जुलाई को ट्विटर को नोटिस दिया कि वह इस आधार पर उनका सौदा समाप्त कर रहे हैं कि ट्विटर ने उन्हें बॉट्स के बारे में गुमराह किया और उनके साथ सहयोग नहीं किया. चार दिन बाद, ट्विटर ने मस्क पर सौदा पूरा करने के लिए मजबूर करने के लिए मुकदमा दायर किया. ट्विटर के सह-संस्थापक बिज़ स्टोन ने अग्रवाल, सहगल और गड्डे को व्यवसाय में उनके “बड़े पैमाने पर योगदान” के लिए धन्यवाद दिया है.

दफ्तर से बाहर किए गए अग्रवाल

मस्क तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और पहले ही ट्विटर के अधिकारियों को बर्खास्त कर चुके हैं. दरअसल, शुरुआत में एलन मस्क और पराग अग्रवाल के बीच सौदे को लेकर काफी अच्छी तरह बातचीत बनी थी लेकिन, डील की बातचीत आगे बढ़ने के साथ ही उनका रिश्ते में भी खटास आती गई. खबर है कि जब ट्विटर के साथ एलन मस्क की डील पूरी हुई, तब अग्रवाल और सैगल दफ्तर में ही मौजूद थे. इसके बाद उन्हें दफ्तर से बाहर कर दिया गया.

काम करने के तरीके को लेकर था मतभेद

मस्क ने 9 अप्रैल को ट्वीट किया था. उन्होंने दस सबसे ज्यादा फॉलोवर्स के अकाउंट शेयर करते हुए लिखा इसमें से ज्यादातर अकाउंट कभी-कभार ही ट्वीट करते हैं और कॉन्टेन्ट भी बहुत कम होता है. क्या ट्विटर मर रहा है? इसी को लेकर दोनों के बीच मैसेज में बातचीत भी हुई थी. इस बातचीत के बाद ही पराग और एलन के बीच स्थिति और खराब होने लगी. इसके बाद यह तो साफ हो गया है कि दोनों के बीच काम करने के तरीके को लेकर भी मतभेद था.

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