झुमर सम्राट संतोष महतो के झूमर गीतों में जमकर झूमे दर्शक
चांडिल : झिमड़ी बाली डुंगरी में शुक्रवार को विशाल रावण दहन कार्यक्रम आयोजित की गई। जिसमें झारखंड व पश्चिम बंगाल से विशाल जनसैलाब उमड़ा। इस दौरान झूमर सम्राट संतोष महतो के दल द्वारा मनमोहक झूमर गीत व नृत्य प्रस्तुत किया गया। संतोष महतो, सुधांशु महतो उर्फ शिवा, मिस स्वीटी, मिस रूबी, मिसेज झिली आदि गायक – गायिका द्वारा गाए झारखंड के सांस्कृतिक गीतों में दर्शकों के महफिल में समां बांधा। गायक – गायिकाओ के “सुनो सुनो बहिन भाई टाईगर जयराम मतोन मानुष पाबि नाई, सुनो सुनो दादा भाई पड़ा लेखा पी एच डी करे आछे जयराम भाई, झारखंड वासीर हितेर तरे करीछे लड़ाई, स्थानीय नीतिर जन्ये करिछे लड़ाई, झारखंड राज्ये एमन मानुष खुजिले पाबे नाई।”, सुधु मोबाईल फोने मन की आर माने, समय पाले देखा करते आसो साल बने, सांगात आसो साल बने”।, रांची धनबाद आसोनसोले, देखा हले भालिस तले तले”, “बंधु आमार विदेश गेछे, घरे आमार मन बसे नाई, बंधु घुरे घुरे आय।” आदि सुरीलें गीतों ने दर्शकों को पैर थिरकने के लिए उमंग भर दिया। मेला में मुख्य अतिथि जनसेवा ही लक्ष्य के संस्थापक सह आजसू के केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो ने कहा कि झूमर संगीत झारखंड के प्राचीन कला संस्कृति है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के अनदेखी और उदासीनता के कारण झारखंड के प्राचीन कला संस्कृति गुमनाम के राह पर अग्रसर है। इस प्राचीन धरहरों की संरक्षण और प्रोत्साहन की आवश्यकता है। सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद पश्चिम बंगाल के आतिसबाजों द्वारा हैरतंगेज आतिसबाजी की गई और रावण दहन किया गया। मेला का संचालन प्रभात कुमार महतो व सांस्कृतिक कार्यक्रम का संचालन कृष्णा महतो ने किया।