जमशेदपुर, 13 अक्टूबर (रिपोर्टर) : राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उम्मीद जताई कि जिस तरह अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण मामले में सर्वोच्च न्यायालय में डे टू डे सुनवाई चल रही है, इससे उम्मीद जगी है कि आगामी नवंबर महीने देशवासियों को कोई ‘खुशखबरीÓ मिल सकती है. वे आज सूर्य मंदिर कमेटी की ओर से स्थानीय सिदगोड़ा टाउन हॉल परिसर में विजया सम्मेलनी समारोह में बोल रहे थे. सीएम के इतना कहने के बाद आयोजन स्थल ‘जय श्री रामÓ के उद्घोष से गू्ंज उठा.
सीएम ने कहा कि अयोध्या में मंदिर निर्माण मामले में मंदिर कमेटी तथा मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ कई दौर की बैठक के बाद आपसी सहमति से निर्णय लेने की कोशिश हुई थी, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली. लेकिन अब न्यायालय के प्रयास से उम्मीद जगी है कि भगवान श्री राम का जन्म जहां हुआ था, वहां भव्य मंदिर का सपना पूरा हो सकेगा. क्योंकि भगवान श्रीराम किसी धर्म विशेष के लिये नहीं थे. वे पूरी दुनिया से दाता थे, इसलिये उनके जीवन जीने की कला को सभी देशवासियों को आत्मसात करना चाहिये.
सूर्य मंदिर के समीप फरवरी में श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा
जमशेदपुर : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपने संबोधन में यह घोषणा की कि सूर्य मंदिर के समीप ही निर्माणाधीन श्रीराम का भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा आगामी फरवरी माह में कर दी जाएगी. यह शहरवासियों के लिये एक अनुपम तोहफा होगा. वे आज सिदगोड़ा सूर्यधाम में सूर्य मंदिर कमेटी द्वारा आयोजित विजया सम्मेलनी में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि सूर्य मंदिर हमेशा से इस बात पर जोर देता आया है कि जनता की भागीदारी से आयोजन को सफल किया जाए. इस क्रम में सूर्य मंदिर में आयोजित सभी आयोजन जनभागीदारी से पूरा किया जाता है.
सीएम ने कहा कि वे सरकार के भी मुखिया है, इस नाते जितने भी सरकारी योजनाएं संचालित होती है, उसमें जन भागीदारी का खास ख्याल रखा जाता है, क्योंकि जनता ही असली मालिक होती है. एक अन्य प्रसंग पर उन्होंने कहा कि जहां शांति रहती है, वहीं विकास भी होता है. इस क्रम में रांची के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सामूहिक रुप से निर्णय लेते हुए सरकार को अवगत कराया कि अब वे सड़क पर नमाज नहीं पढ़ेंगे. यह एक अच्छी पहल है. राज्य के निवासियों के ऐसी ही अच्छी पहल के कारण विकास ने रफ्तार पकड़ ली है, जिसकी चर्चा देश के चारों ओर हो रही है.