, पिता को किया समर्पित अपनी पहली पुस्तक
झुमरी तिलैया 13 september
कहते है न आज की गई मेहनत आपके आने वाले कल को बेहतर बनाती है, ठीक ऐसा ही हुआ है अशोक भाटिया के साथ, जिनकी असाधारण परिश्रम ने आज उनके सुपुत्र रोहित भाटिया को ऐसी प्रगाढ़ सफलता प्रदान की हैं।
झुमरी तिलैया के निवासी अशोक भाटिया के पुत्र रोहित भाटिया ने अमेज़ॅन पर अपनी पहली पुस्तक लॉन्च की, नाम दिया ‘द बुक ऑफ डेड: कैन ए बुक ब्रिंग डिस्ट्रक्शन?’।
अशोक भाटिया की डायरी लिखने की आदत को भले ही सब ने इतनी तवज्जों न दी हो कभी, पर उनकी इस आदत ने रोहित को पठन पाठन में रुचि जागृत की और फिर कुछ ऐसा हुआ साल 2011 में की फेसबुक पर राइटिंग चैलेंज के बैनर ने उनके जीवन में हलचल मचा दी। रोहित ने अपने पिता की तरह लिखने का प्रयास किया और कहते है न हर चीज के दो पहलू होते है वैसे ही रोहित ने सोशल मीडिया को बेहतरीन रूप से इस्तेमाल किया और अपनी पहचान बनाई।
आज उनकी सफलता के पर्चम बुलंदियों पर लहरा रहे हैं। वर्तमान में 260 से भी अधिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुस्तकों की कहानियों को पहचान दे चुके है झुमेरी तिलैया के रोहित भाटिया।
उनके अपने प्रकाशन से कुछ अप्रतिम किताबों के भी अभिवेचना हुई है जैसे: “टाइड्स ऑफ लाइफ”, “श्रुताकृति: सीता की बहन, गॉडेस ऑफ फ्यूरी” जैसे किताबें बेस्ट सेलर के रूप में अपनी नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रही हैं।
अपने नए हॉरर बुक के बारे में रोहित ने बताया की बीते 2 साल से वो इस विषय पर अनुसंधान कर रहे थे, और अंतः उन्हें सफलता प्रप्त हुई। यह किताब हॉरर जॉनर में है, और अमेज़न पर उपलब्ध है। पेशे से रोहित भाटिया एक बिजनेस मैन है, और कोलकाता में अपनी खुद की प्रकाशन ‘द लिटिल बुकटिक हब’ चलते हैं, लॉक डाउन में खोली गई कंपनी ने अभी तक 1300 से भी अधिक राइटर्स की पुस्तक को प्रकाशित किया है। आप सब के इच्छा से आगे भी किताबे होती रहेगी प्रकाशित। यह किताब झुमरी तेलैया के निवासियों के लिए बहुमूल्य उपहार है, रोहित भाटिया की तरफ से, नवरात्रि के अवसर पर। अब वो अपनी आशावादी नजरों से आगे कि सफलता की प्रतीक्षा करते है,और सब की हिस्सेदारी की उम्मीद करते हैं।