Jamshedpur, 12 सितंबर: धालभूम क्लब ,साकची के पास स्थित एवं नवनिर्मित कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के भविष्य निधि भवन के चारो ओर दलालों का जोर बन गया है जो भविष्य निधि कार्यालय में आने वाले आम लोगों पर चारा फेंक कर कार्यालय से काम कराने का झांसा देते हैं और उनसे पैसे ऐंठते हैं। इनमें पेंशन के लिये आने वाले बुजुर्ग लोग ज्यादा शिकार बनते हैं जिन्हें पेंशन की कुछ राशि के लिये दलालों के हाथों हजार- पांच सौ रुपए गंवाने पड़ते हैं, जबकि इस काम के लिये कार्यालय में न कोई शुल्क लगता है,न कोई विलंब किया जाना है। पता चलता है कि कार्यालय के कतिपय कर्मचारी उन दलालों को पाल -पोसकर रखते हैं और सारी डिलिंग इशारे इशारों में होती है। ये दलाल भविष्य निधि भवन के इर्द गिर्द अवैध एवं मनमाने ढंग से लगाई गई दुकानों और गुमटियों में बैठे होते हैं और उनके पास जाने के लिये कार्यालय के भीतर से ही इशारा हो जाता है। आश्चर्य की बात है कि इन गुमटियों में सिगरेट और कुछ अन्य प्रकार की नशीली वस्तुएं भी बेची जाती हैं ,जबकि वहीं पड़ोस में बच्चियों के लिये दो -दो शारदामणि और साकची हाई स्कूल अवस्थित हैं। इन छात्र छात्राओं पर इसका प्रतिकूल असर पड़ता है और नियमत: स्कूल के आस पास सिगरेट, पान,मसाला ,गुटका आदि की बिक्री भी गैरकानूनी मानी जाती है। अभी दो दिन पहले ही इन दुकानों और गुमटियों को JNAC ने हटवा दिया था लेकिन इन दलालों की दबंगता ऐसी कि दो घंटे के बाद ही वहां दुकानें और गुमटियां पूर्ववत सज गईं। यह क्षेत्र साकची थाना के अंतर्गत पड़ता है और वहां बैंक,होटल, अग्रसेन भवन भी है जहां पुलिस की गश्ती गाड़ी घूमती रहती है,लेकिन दलाल बेखौफ होते हैं.
इस संबंध में भविष्य निधि कार्यालय द्वारा 10 दिन पहले ही जिला प्रशासन और JNAC को सूचित किया गया था जिसके बाद JNAC ने उक्त कार्रवाई की थी लेकिन ये दलाल इतने ताकतवर महसूस करते हैं कि दो घंटे के अंदर ही वहां फिर दुकानें सजा दी गईं। ऐसा लगता है कि यहां भी अगर बुल्डोजर चलाया जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी ,भले ही इसके बाद नेतागिरी शुरु हो जाए। आज पुन: भविष्यनिधि कार्यालय की ओर से उपायुक्त एवं वरीय पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में पत्र भेजकर शिकायत दर्ज करायी गयी कि गुमटियां पहले की ही तरह खड़ी कर दी गई हैँ।
उल्लेखनीय है कि पीएफ क्लेम हो या पेंशन या लाभुक का भविष्य निधि से जुड़ा कोई भी क्लेम, उसके लिये सारी व्यवस्था ऑन लाइन है और उसके लिये कहीं किसी रिश्वत या दलाली की जगह नहीं है। फिर भी दलाल लाभुकों का काम ऊपर-ऊपर करा देने के नाम पर पैसे ऐंठते हैं। यह परंपरा पिछले लंबे अरसे से चली आ रही है । फिलहाल इसे तोडऩे के लिये कार्यालय के पदाधिकारी तत्पर दिखते हैं और इस संबंध में लगातार उनकी ओर से कर्मचारियों की काउंसलिंग भी की जा रही है। कार्यालय में प्रमुख स्थानों और सूचना पट्ट पर पोस्टर भी चिपकाया गया है कि अगर कोई रिश्वत की मांग करता है या किसी काम के लिये बाहरी कंसल्टेंट से संपर्क करने को कहता है तो आप कार्यालय अवधि में कभी भी क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त एस बी कुमार से मिल सकते हैं।