शिक्षक दिवस के उपलक्ष पर कृतिकलम की ओर से एक अंतरराष्ट्रीय काव्य गोष्ठी का प्रथम सत्र आयोजित किया गया। काव्य गोष्ठी में वर्चुअल प्लेटफार्म के माध्यम से जमशेदपुर सहित देश विदेश से कई कवि और साहित्यकार जुड़े। इस ऑनलाइन कार्यक्रम का संचालन और स्वागत भाषण मंच के संयोजक उज्जवल सम्राट ने किया। धन्यवाद ज्ञापन विनोद शुक्ला ने किया ।
काव्य गोष्ठी की शुभारंभ वंदना खुराना की कविताओं से हुआ। जो सम्मानित अतिथि के तौर पर लंदन से जुड़ी।अंकिता सिन्हा ने गुरु को एक कविता समर्पित की। विशिष्ट अतिथि के तौर पर झारखंड से ज्योत्सना अस्थाना एवं दुबई से जुड़ी अनु बाफना नसीम को पेश की। मंच पर नए उभरते कवि आलोक पांडे, ग्रुप एचआर हेड जय बालाजी ग्रुप ने भी अपनी कविता शिक्षक के सम्मान में प्रस्तुत किया। जिसकी सभी ने बहुत सराहा की साथ ही उन्होंने अपने विचार प्रकट किए। उन्होंने कहा कि
किसी भी व्यक्ति का अपने जीवन में सबसे बड़ी सफलता और उपलब्धि उसके द्वारा देश और समाज के प्रति किया गया कार्य होता है। इस दौरान बिष्टुपुर तुलसी भवन के जनरल सेक्रेटरी प्रसनजीत तिवारी मुख्य अतिथि ने भी अपने विचार रखे। इसके अलावा मंच पर अखिल भारतीय साहित्य सम्मेलन के झारखंड प्रांतीय इकाई की महामंत्री व करीम सिटी कॉलेज की सहायक प्राध्यापक डॉ. संध्या सिंहा, गृह स्वामिनी मैगजीन की एडिटर अर्पणा संत सिंह, रामावतार बिंजराजका (पुर्बाशा ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के मालिक ) , अंकिता सिन्हा (मेरी दुनिया मेरी मां),सुधीर कुमार सिंह (समाजसेवी),प्रीति कुमारी (सप्लाई इंस्पेक्टर , बिहार सरकार) तथा अन्य अतिथि गण मौजूद थे ।