करमा पूजा व पर्व झारखंड की लोकसंस्कृति का पर्याय है : राकेश रंजन महतो
चांडिल : नीमडीह प्रखंड अंतर्गत रघुनाथपुर में सोमवार को झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति ने करमा पूजा सह नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस अवसर पर लाया द्वारा करमा डाल की झारखंडी संस्कृति के पारंपरिक तरीके से पूजा अर्चना की गई। उसके बाद व्रतियों ने पूजा अर्चना कर प्रकृति पर आस्था जताते हुए माथा टेका और करमा नृत्य प्रतियोगिता में भाग लिया। प्रतियोगिता में कुल 16 टीम शामिल हुईं। निर्णायक के रूप में झारखंड प्रदेश ग्राम प्रधान संघ के उपाध्यक्ष वैद्यनाथ महतो, अदारडीह के मुखिया सुभाष सिंह, पंचायत समिति सदस्य मोतीलाल महतो, बाड़ेदा के मुखिया वरूण सिंह आदि थे। झरना करम नृत्य दल घुटियाडीह को प्रथम व मां शीतला करम नृत्य दल रांगाटांड़ को द्वितीय पुरस्कार तथा बाकि 14 दलों को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। प्रतियोगिता के बाद चंदनकियारी के रेवती महतो करम एवं खतियानी झुमुर गायिका द्वारा झुमुर नृत्य प्रस्तुत की गई।
आयोजक मंडली के सदस्य खतियानी क्रांतिकारी राकेश रंजन महतो ने कहा कि करमा पूजा व पर्व प्रकृति की उपासना है और इसमें प्राचीन झारखंडी संस्कृति का मिश्रण है। उन्होंने कहा कि करमा नृत्य झारखंड की लोक संस्कृति का पर्याय है। यहां के आदिवासी व गैर आदिवासी इस नृत्य को लोक मांगलिक मानते हैं। उन्होंने कहा कि करमा पूजा को झारखंड में लोक संस्कृति पर्व का दर्जा देना चाहिए। उन्होंने कहा जाता करमा पूजा बहनों द्वारा भाई के लिए लंबी उम्र की प्रार्थना का प्रतीक है। भाद्रपद शुक्लपक्ष की एकादशी तिथि को आयोजित इस पर्व में भाइयों के लिए बहनें उपवास रखकर आंगन में करमा डाली स्थापना कर पूजा अर्चना करती है। इस अवसर पर समाजसेवी विश्वरंजन महतो, खगेन महतो, उद्यमी निखिल महतो, छात्र नेता निखिल महतो, शंकर महतो, अरुण कुमार महतो, राकेश रंजन महतो, देवेन महतो, नबनी महतो, ज्योतिलाल महतो, वृहस्पति महतो, जितेन महतो, ज्योति लाल महतो,बापी महतो, सलिल महतो, पवित्र महतो ,चैतन्य महतो, कमल कांत महतो, नेपाल महतो, अरूप महतो, गोपाल महतो व निमडीह प्रखंड के सभी पंचायत के सदस्य उपस्थित थे।