दुमका , उपराजधानी दुमका में लगातार हो रही जघन्य अपराध से मुस्लिम समाज आहत है। रविवार को समाज के गणमान्य लोगों ने एक प्रेस बयान जारी कर कहा है कि आये दिन हमारे बहन बेटियों के साथ हो रहे दुष्कर्म और हत्या से दुमका ही नहीं पूरा देश क्षुब्ध है। मुस्लिम समाज ने घटना के विरोध में कल दुमका बंद का आह्वान किया है। समाज की ओर से कहा गया है कि ऐसी घटनाओं से हमारे दुमका के साथ साथ पूरे समाज की भी बदनामी हो रही है । दुमका की एक बेटी को जला कर मार देना, दुमका के ही बेटी को फांसी देकर लटका देना, एक जघन्य अपराध है । समाज के लोगों ने कहा है कि इस तरह की घटना कतई बर्दाश्त नहीं की जा सकती है। ऐसे अपराधियों को स्पेशल कोर्ट में बैठाकर सात दिनों के अंदर फांसी की सजा दी जाए ताकि पूरे प्रदेश और देश में यह संदेश जाय कि अपराधी का कोई जात -धर्म नहीं होता । इस कार्रवाई के बाद अगला अपराध करने से पहले लोग 100 बार सोचंं, यह मांग पूरा दुमका के लोग और हमारे मुस्लिम समाज करते हैं .
साथ ही मुस्लिम समाज ने यह भी मांग की है कि
1. मुख्य आरोपी के साथ-साथ घटना में संलिप्त अन्य आरोपी की भी अविलंब गिरफ्तारी
2. आरोपी को फाँसी की सजा
3. सुनवाई फास्ट ट्रेक कोट में हो
4. पीडि़त परिवार को 1 करोड़ की मुआवजा राशि
5. पीडि़त परिवार वालों एक सरकारी नौकरी मिले
प्रेस वयान जारी करने वालों में अंजुमन सदर परवेज़ अली, सेक्रेटरी शोकत अली, मो0 सरफराज, मो0 शारीक, फिरदोस आलम, सलाउद्दीन, तबरेज़, मंजुर होदा, समशेर, अब्दुल सलाम, इबरार अली आदि शामिल हैं।