ranchi 30 august झारखंड हाईकोर्ट ने दुमका में हुए अंकिता हत्याकांड मामले का संज्ञान लिया है. हाई कोर्ट ने राज्य के डीजीपी को समन भेजकर इस मामले में पूरी रिपोर्ट मांगी है. इसके साथ ही अदालत ने पीड़ित परिवार को पर्याप्त सुरक्षा देने का भी निर्देश दिया है. अंकिता सिंह को शाहरुख नाम के आरोपी ने कथित तौर पर 23 अगस्त की रात पेट्रोल छिड़कर जला दिया था. अंकिता की रविवार को रांची रिम्स में मौत हो गई थी. झारखंड पुलिस ने इस मामले के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस मामले की जांच झारखंड पुलिस की सीआईडी कर रही है.
झारखंड की सीआई़डी ने शुरू की जांच
सीआईडी के डीएसपी संदीप कुमार गुप्ता के नेतृत्व में 10 सदस्यीय टीम मंगलवार को अंकिता सिंह के घर जांच के लिए गई. संदीप कुमार गुप्ता ने बताया,”टीम में फॉरेंसिक साइंस लैब और फिंगर प्रिंट ब्यूरो के सदस्य भी शामिल हैं.डीएसपी ने बताया कि हम यहां सबूत जुटाने के लिए आए हैं. इन सबूतों को बाद में आरोपी के खिलाफ कोर्ट में पेश किया जाएगा.बताया कि उन्हें 29 अगस्त को इस मामले की जांच करने के आदेश मिले थे.
राज्यपाल ने दी थी आर्थिक सहायता
अंकिता की मौत पर राज्यपाल रमेश बैस ने भी हेमंत सोरेन सरकार को आड़े हाथों लिया था. उन्होंने कहा था कि एक लड़की जिसने अभी पूरी दुनिया भी नहीं देखी थी, उसका इस प्रकार से अंत बहुत ही पीड़ादायक है.उन्होंने अंकिता के पिता से बात भी की थी. राज्यपाल ने अपने विवेकाधीन कोटे से पीड़िता के परिवार को तत्काल दो लाख रुपये देने की भी घोषणा की थी.राज्य सरकार ने भी पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये की सहायता दी है.
मरने से पहले अंकिता सिंह ने क्या बयान दिया था
झारखंड के दुमका निवासी अंकिता सिंह ने मरने से पहले आरोप लगाया था कि शाहरुख नाम का एक युवक उसे पिछले करीब दो साल के परेशान कर रहा था.लड़की का आरोप था कि शाहरुख ने उसकी एक सहेली से उसका मोबाइल नंबर लिया था.जब लड़की ने शाहरुख से मोबाइल पर बात करने से इनकार कर दिया था तब शाहरुख ने उसे जिंदा जला दिया था.इससे अंकिता करीब 90 फीसदी तक जल गई थी. उसने मजिस्ट्रेट के सामने दिए बयान में कहा था कि शाहरुख ने फोन कर उन्हें बात नहीं करने पर जान से मारने की धमकी दी थी.उसने बताया कि 23 अगस्त को जब वह अपने घर में सो रही थीं तब शाहरुख ने पेट्रोल डाल कर आग लगा दी थी. इस घटना के बाद से शाहरुख फरार हो गया था.पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.