नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मासिक कार्यक्रम मन की बात की 92 वीं कड़ी में झारखंड के गिरिडीह की खासतौर से चर्चा की और कुपोषण दूर करने के प्रयासों को सराहा. पीएम मोदी ने कार्यक्रम में कुपोषण के खिलाफ देश में चलाये जा रहे विभिन्न अभियानों का उल्लेख करते हुए आनेवाले पोषण माह में कुपोषण को दूर करने के प्रयासों में हर आम वो खास की भागीदारी का अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि कुपोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए झारखंड में एक अभियान चलाया जा रहा है. झारखंड के गिरिडीह में सांप-सीढ़ी का एक खेल तैयार किया गया है. खेल-खेल में बच्चे अच्छी और खराब आदतों के बारे में सीखते हैं. इसका अनुकरण करने की भी सलाह दी. प्रधानमंत्री ने ने बताया कि असम के बोंगाई गांव में एक दिलचस्प परियोजना चलाई जा रही है. परियोजना का नाम प्रोजेक्ट संपूर्णा है. इसका मकसद कुपोषण के खिलाफ लड़ाई है. इसके तहत आंगनबाड़ी केंद्र में स्वस्थ बच्चे की मां, किसी कुपोषित बच्चे की मां से हफ्ते में एक बार मिलती है. इस पहल के कारण एक साल में 90 प्रतिशत से अधिक बच्चों में कुपोषण दूर हुआ है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में अब गांव-गांव तक डिजिटल इंडिया की वजह से सुविधाएं पहुंच रही हैं. जोरसिंग गांव में इसी महीने स्वतंत्रता दिवस के दिन से 4डजी इंटरनेट की सेवाएं शुरू हो गई हैं. जैसे पहले कभी गांव में बिजली पहुंचने पर लोग खुश होते थे अब नये भारत में वैसी ही खुशी 4त्र पहुंचने पर होती है. गांवों से ऐसे कितने ही संदेश मिलते हैं जो इंटरनेट की वजह से आये बदलावों को मुझसे साझा करते हैं. उन्होंने कहा कि इंटरनेट ने हमारे युवाओं साथियों की पढ़ाई और सीखने के तरीकों को ही बदल दिया है. पीएम मोदी ने कहा कि अभी कुछ दिन बाद ही भगवान गणेश की आराधना का पर्व गणेश चतुर्थी है. गणेश चतुर्थी यानी गणपति बप्पा के आशीर्वाद का पर्व. इससे पहले ओणम का पर्व भी शुरू हो रहा है. विशेष रूप से केरला में ओणम शांति और समृद्धि की भावना के साथ मनाया जायेगा. वहीं, 30 अगस्त को हरतालिका तीज भी है. ओडिशा में एक सितंबर को नुआखाई का पर्व भी मनाया जायेगा. नुआखाई का मतलब ही होता है नया खाना. यानी यह पर्व भी दूसरे कई पर्वों की तरह ही हमारी कृषि परंपरा से जुड़ा त्योहार है. उन्होंने कई अन्य त्योहारों का जिक्र किया और सभी को याद दिलाया कि 29 अगस्त को हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती पर राष्ट्रीय खेल दिवस भी मनाया जाएगा.