182 मिमी बरसा पानी,चक्रवाती तूफान ने मचाई तबाही, घंटों बिजली गुल रही, जन जीवन अस्त व्यस्त, स्वर्णरेखा और खरकई उफान पर

जमशेदपुर, 20 अगस्त (रिपोर्टर) : गुरुवार से शुक्रवार तक लगातार हो रहे मूसलाधार बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्तव्स्त हो गया. 24 घंटे में कुल 182 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गयी. स्वर्णरेखा नदी का जल स्तर खतरे के निशान से उपर बह रहा है. इसको देखते हुए जिला प्रशासन व आपदा विभाग दौरा कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं.उपायुक्त ने शहर के निचले इलाकों का दौरा पर हालात का जायजा लिया। शहर समेत राज्य के कई जिले पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के चलते बने साईक्लोन से प्रभावित रहा. गुरुवार से जो बारिश शुरु हुई शुक्रवार शाम तक लगातार जारी रहा है. इस दौरान करीब 65 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलती रही. इससे प्रभावितों को दोगुणी मार झेलनी पड़ रही थी. जरुरी होने पर रेनकोट ही एक सहारा दिख रहा था, जबकि बारिश के साथ चल रहे हवां से छाता उलटने का खतरा बना रहा. गर्मी से मिले राहत के साथ-साथ बारिश ने काफी बर्बादी भी साथ लायी. शहर के अधिकांश जगहों जिसमें साकची, विष्टुपुर, मानगो, टेल्को, हुडको, गोलमुरी सोनारी, कदमा, करनडीह समेत अन्य स्थानों पर पेड़ों की टहनियां टूटकर सडक़ों पर गिरी रही. यही खडग़ाझाड़ स्टैंड के पास तो बड़ा पेड़ ही उखड़ गया, जिससे उस रास्ते से आवागमन घंटो बाधित रहा. टाटा मोटर्स अग्निविभाग की ओर से उखड़े पेड़ को हटाया गया.
दूसरी ओर लगातार बारिश व तेज हवाओं के चलते गैर कंपनी क्षेत्र में बिजली व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी. 11 केवी व 33 केवी तार के उपर पेड़ गिरने, तार टूटने, ट्रांसफरमर समेत पोल टुूटने जैसी कई घटनाओं के चलते गुरुवार रात बिजली गुल रही. शुक्रवार देर शाम तक अलग-अलग क्षेत्रों में बिजली बहाल की जा रही है.
अगले तीन तक रहेगा प्रभावित
मौसम विभाग की माने तो साईक्लोन बंगाल होते ओडि़सा, छतीशगढ़ ओर निकल गया है. इसका असर पर पूर्वी व पश्चिम सिंहभूम में कम हो गया है. लेकिन अगले तीन दिनों तक आकाश में बादल छाये रहने तथा बारिश के आसार बने हुए हैं. इसके लेकर कोल्हान में येलो अलर्ट जारी किया गया है.
झारखंड के 22 जिलों में सामान्य से कम वर्षा

राज्य के 22 जिलों में सामान्य से कम वर्षा हुई है। जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। पूर्वी सिंहभूम में सामान्य से 2 प्रतिशत कम और पश्चिमी सिंहभूम में सामान्य से 1 प्रतिशत कम वर्षा हुई है।
अन्य 22 जिलों में 20 प्रतिशत या उससे अधिक कम वर्षा हुई है। 09 ऐसे जिले हैं जहां 50 प्रतिशत से भी कम वर्षा हुई है। इन जिलों में स्थिति बेहद खराब है। पाकुड़ में सामान्य से 72 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। साहिबगंज में 67 प्रतिशत कम, जामताड़ा में 66 प्रतिशत कम, गोड्डा में 68 प्रतिशत कम, गढ़वा में 56 प्रतिशत कम, चतरा में 60 प्रतिशत कम, देवघर में 55 प्रतिशत कम, दुमका में 50
प्रतिशत कम और पलामू में सामान्य से 52 प्रतिशत कम बारिश रिकार्ड की गई है। वहीं सरायकेला खरसावां में सामान्य से 22 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। बोकारो में 30 प्रतिशत कम, गुमला में 36 प्रतिशत कम, खूंटी में 23 प्रतिशत कम, रामगढ़ में 31 प्रतिशत कम, रांची में 23 प्रतिशत कम, गिरिडीह में 43 प्रतिशत कम, हजारीबाग में 43 प्रतिशत कम, कोडरमा में 46 प्रतिशत कम, लातेहार में 45 प्रतिशत कम, लोहरदगा में 45 प्रतिशत कम, धनबाद में 41 प्रतिशत कम बारिश रिकार्ड की गई है।

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