जमशेदपुर, 13 अगस्त: पूर्वी भारत की ई-कचरा प्रबंधन कंपनी हुलाडेक रीसाइक्लिंग प्रा. लिमिटेड , टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड (जुस्को) के सहयोग से 75वें स्वतंत्रता दिवस, 15 अगस्त 2022 को ‘ई-वेस्ट से आजादी’ अभियान शुरू करेगी। भारत हर साल लगभग 3.84 मिलियन टन इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रिकल कचरा उत्पन्न करता है जो देश में चिंता का एक प्रमुख कारण बनता जा रहा है। यह दुर्भाग्य है कि उत्पन्न होने वाले इस कचरे का केवल 5 प्रतिशत ही उचित, पर्यावरण के अनुकूल तरीके से निपटाया जाता है। लोगों के बीच नियमित ई-कचरे के निपटान की आदत को विकसित करने के लिए, हुलाडेक रिसाइक्लिंग इलेक्ट्रॉनिक कचरे के लिए डोर-टू-डोर संग्रह मॉडल लॉन्च करेगा, जो जुस्को के सहयोग से सूखे और गीले कचरे के संग्रह के पहले से स्थापित नेटवर्क का अनुकरण करेगा।
जमशेदपुर में पिछले कुछ वर्षों में व्हाइट गुड्स की खपत व बर्बादी में काफी वृद्धि हुई है। यह पहल न केवल ई-कचरे के पुनर्चक्रण के बारे में जागरूकता पैदा करेगी बल्कि नागरिकों के बीच ई-कचरे से मुक्ति के लिए सुरक्षित निपटान की संस्कृति को भी सक्षम बनाएगी। देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस को मनाने का एक उपयुक्त तरीका भी होगा।
नंदन मल्ल, संस्थापक, हुलाडेक रीसाइक्लिंग ने कहा, ‘इलेक्ट्रॉनिक कचरा अब हमारे देश और दुनिया भर में कई जगहों पर एक ज्ञात और चर्चित विषय बन गया है। इन वर्षों में, हमने देखा है कि कैसे जागरूकता पैदा करने से ई-कचरा संग्रह और पुनर्चक्रण पर सीधा प्रभाव पड़ा है। 2021 में, इस पहल ने कोविड-19 के दौरान लगभग 500 किलोग्राम ई-कचरा संग्रह हुआ। इस साल, हमें विश्वास है कि हम इस परियोजना के पहले महीने में दोगुनी मात्रा में संग्रह करने में सफल होंगे’।