, पाकिस्तानी सेना के दावे सवालों के घेरे में
सेना का दावा- खराब मौसम के चलते क्रैश हुआ हेलिकॉप्टर
स्थानीय न्यूज वेबसाइट का दावा- बिल्कुल सामान्य था मौसम
इस्लामाबाद : पाकिस्तानी सेना का सोमवार को लापता हुआ हेलिकॉप्टर बलूचिस्तान में क्रैश हो गया है। पाकिस्तान की इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस ने मंगलवार को बताया कि हेलिकॉप्टर में सवार सेना के छह अफसरों की मौत हो गई है। पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग के मुताबिक हेलिकॉप्टर में 12 कॉर्प्स कमांडर जनरल सरफराज अली और पांच दूसरे सीनियर मिलिटरी अफसर सवार थे जो बलूचिस्तान में चल रहे बाढ़ राहत ऑपरेशंस की निगरानी कर रहे थे। हालांकि कुछ स्थानीय खबरों ने सेना के इस दावे पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इस विमान हादसे में मारे गए कमांडर जनरल सरफराज अली पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के करीबी थे। बलूचिस्तान की न्यूज वेबसाइट द बलूचिस्तान पोस्ट ने कहा, ‘पाकिस्तान की सेना दावा कर रही है कि सैन्य हेलिकॉप्टर खराब मौसम की वजह से क्रैश हुआ है। जबकि जमीन पर हमारे सूत्रों और मौसम विभाग का डेटा इस बात की पुष्टि करता है कि इलाके में मौसम पूरी तरह सामान्य था। हवाओं की रफ्तार 16 से 24 किमी प्रति घंटे थी और बारिश 10 फीसदी से भी कम थी।’
क्या अल-कायदा ने ले लिया है बदला?
वेबसाइट के इस दावे ने इसलिए सवाल खड़े किए हैं क्योंकि एक दिन पहले ही अफगानिस्तान में अल-कायदा का सरगना अल जवाहिरी अमेरिका के ड्रोन हमले में मारा गया है। कहा जा रहा है कि अमेरिका ने पाकिस्तानी सेना के साथ मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया और पाकिस्तान को जवाहिरी की सभी गतिविधियों की खबर थी। खबरों की मानें तो पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल बाजवा कई अमेरिकी अधिकारियों के साथ संपर्क में थे।
भारत के खिलाफ जहर उगलता था सरफराज
इसी वजह से कयास लगाए जा रहे हैं कि पाकिस्तानी सेना के हेलिकॉप्टर क्रैश के पीछे अल-कायदा और बलूच आतंकवादियों का हाथ हो सकता है। हादसे में मारा गया कमांडर जनरल सरफराज अली कई बार भारत के खिलाफ जहर उगल चुका था। एक वीडियो में वह भारत में मुसलमानों, सिखों और ईसाइयों की स्थिति पर सवाल उठाता नजर आ रहा है जबकि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को किस तरह ईशनिंदा का शिकार बनाया जाता है यह जगजाहिर है।