जामताड़ा से कांग्रेस के तीन विधायकों इरफान इंसारी, राजेश कश्छप और नमन विश्मल को हावड़ा पुलिस ने करीब तीन करोड़ रुपए नगद के साथ हिरासत में ले लिया है .मिली जानकारी के अनुसार आज देर शाम पांचला थाना क्षेत्र के रानीहाटी मोड़ के पास पुलिस ने इरफान अंसारी की कार को रोककर उसकी तलाशी की और उसमें से रुपए बरामद किए.मौके पर एसपी स्वाति बंगलिया भी पहुंची उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर रानीहाटी मोड़ पर विशेष जांच अभियान चलाया जा रहा था इसी बीच झारखंड के जामताड़ा से आ रही एक कार को रोका गया और जांच की गई। गया कार में कांग्रेस के तीन विधायक मौजूद थे गाड़ी से बेहिसाब नकदी बरामद की गई है . उन्होंने कहा कि नकद गिनती के लिए मशीन मंगाई जा रही है विधायकों से पूछताछ की जा रही है.
जमशेदपुर, 30 जुलाई : झारखंड के तीन विधायकों के पास से भारी मात्रा में नगद बरामदगी और आज बेरमो विधायक अनुप सिंह के रहस्यमय ढंग से गायब रहने की घटना से झारखंड में आसन्न राजनीतिक भूचाल के संकेत साफ दिखाई दे रहे हैं. विदित हो कि जामताड़ा विधायक का नामपट्ट लगे हुए काले रंग की एक फॉच्र्यूनर हावड़ा में पुलिस ने वाहन जांच के क्रम में आज रात रोकी, जिसमें भारी मात्रा में नगदी मिली. वहां की पुलिस अधिकारी ने कहा कि नोटों की गिनती के लिये मशीन मंगवाई जा रही है. पुलिस को इस नगदी को लेकर चलने की खास आसूचना मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने अपनी कार्रवाई की प्रक्रिया की. इसबीच बेरमो के विधायक अनुप सिंह आज अपने क्षेत्र से रहस्यमय ढंग से गायब रहे. चंद्रपुरा के डीवीसी का एक वृहद कार्यक्रम हुआ, जिसमें स्थानीय विधायक विरंची नारायण, लंबोदर महतो आदि दिखे, लेकिन अनुप सिंह को लोग ढूंढते रह गये. पता चला कि वे रांची में भी नहीं हैं.
उक्त फॉच्र्यूनर जेएच09-ए क्यू 0016 बोकारो के बड़े ठीकेदार नईम अंसारी के नाम रजिस्टर्ड है. नईम अंसारी बोकारो में जामताड़ा विधायक डा. इरफान अंसारी के प्रतिनिधि हैं. नईम अंसारी जिस नेता की सत्ता होती है, उसके साथ होने में माहिर हैं. पहले वे विधायक विरंची नारायण, उसके पहले मंत्री रहे चंदनकियारी के पूर्व विधायक उमाकांत रजक के साथ थे. उमाकांत रजक राज्यसभा घूसकांड में पहले से ही सीबीआई जांच झेल रहे हैं.
ममता बनर्जी बना सकती हैं भाजपा पर दबाव
इधर सूत्रों का मानना है कि यह आपरेशन लोटस का परिणाम हो सकता है।ऐसे में बंगाल की मुख्य मंत्री ममता बनर्जी विधायकों से पूछताछ के बाद भाजपा पर दबाव बना सकती हैं। यदि उन्होंने भाजपा का नाम लिया तो फिर नया सियासी ववंडर मच सकता है।
कांग्रेस के झारखंड प्रदेश और अखिल भारतीय कांग्रेस के पदाधिकारियों को स्पष्टीकरण देना चाहिए कि उनके विधायक पैसे की थैली लेकर झारखंड आ रहे थे या झारखंड से जा रहे थे ? पैसे का स्रोत स्थल कहां है – असम, बंगाल या झारखंड? -MLA Saryu rai