चांडिल में शिव भक्ति पर ‘महादेव का फैन’ वीडियो एलबम का हुआ फिल्मांकन
‘कर्ता करे न कर सकै, शिव करै सो होय। तीन लोक नौ खंड में, महादेव से बड़ा न कोय’. शास्त्र के अनुसार सृष्टि की उत्पत्ति, स्थिति और संहार के अधिपति भगवान शिव है. शिव अनादि तथा सृष्टि प्रक्रिया के आदि स्रोत है और यह काल महाकाल ही ज्योतिषशास्त्र के आधार के रूप में माना जाता है. शिव का अर्थ कल्याणकारी माना गया है परंतु वे हमेशा लय और प्रलय को अपने अधीन किए हुए हैं. शिव सभी को समान दृष्टि से देखते हैं इसलिए उन्हें महादेव कहा जाता है. शिव आदि है अनंत हैं. सनातन धर्म के शास्त्र के अनुसार सावन के पवित्र माह में शिव पूजन का विशेष महत्व है. श्रद्धालुओं में आस्था है कि सावन की सोमवारी में श्रद्धा भक्ति से बाबा भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने से मनोकामना पूरी होती है और घर परिवार में सुख शांति बनी रहती है. देवादिदेव महादेव की अति महत्वपूर्ण पूज्यस्व माह सावन में पूरे देश शिव भक्ति से सरोवर हो जाता है. भक्तजन पूजन, गीत संगीत, नृत्य के द्वारा शिव महिमा में लीन होकर अपने भक्ति को महिमामंडित करते हैं.
शिव भक्ति पर भारत के विभिन्न भाषाओं में हजारों गीत संगीत है और प्रत्येक दिन शिव मंदिरों में भोलेनाथ की गीत व भजन कीर्तन से वातावरण भक्तिमय रहता है. परंतु हर साल सावन माह में मंदिर, घर व सड़कों पर भगवान भोलेनाथ का नये पुराने गीत अधिक गूँजती है। इस कड़ी में चांडिल और जमशेदपुर के शिवभक्तों ने शिवभक्ति पर आधारित गीत वीडियो एलबम ‘महादेव का फैन’ जोड़ दिया है। बॉलीवुड के फिल्म निर्देशक संजय गोराई के निर्देशन में सरायकेला खरसावां जिला के चांडिल में स्थित प्रसिद्ध प्राचीन जयदा बुढ़ा बाबा मंदिर, गांगुडीह कॉलोनी स्थित शिव मंदिर व चांडिल के विभिन्न स्थानों के मनोरम दृश्य में इस गीत का फिल्मांकन किया गया है. संगीत निर्देशक भाग्यधर सहिस ने गीत को मधुर संगीत व सुरों से सजाया है. मुंबई के कैमरामैन पंकज कुमार ने फिल्मांकन व जमशेदपुर के उदय साहु ने गीत का संपादन किया है। महेंद्र माहली, भाग्यधर सहिस, राजेंद्र पांडा आदि कलाकारों ने गीत के बीडियो एलबम में अभिनय किया है. गुरुवार को सावन के प्रथम पावन दिन में गीत को यूट्यूब चैनल में रिलीज किया गया. निर्देशक संजय गोराई व गीतकार भाग्यधर सहिस कहते हैं कि झारखंड राज्य भगवान भोलेनाथ की रचनाओं का एक अनुपम उपहार है. इस राज्य में धार्मिक स्थलों, मनोरम दृश्य की प्रचुरता है. उनलोगों ने कहा कि यहां सिनेमा निर्माण की असीम संभावनाएं हैं. केंद्र व राज्य सरकार द्वारा फिल्म निर्माण के लिए फिल्म नीति के साथ ठोस कदम उठाने से यहां के हजारों कलाकारों के साथ स्थानीय लोगों को रोजगार का अवसर प्राप्त होगा. वॉलीवुड के निर्माता निर्देशक भी झारखंड के लोकेशन पर आकर्षित है. राज्य सरकार द्वारा उन्हें फिल्म निर्माण के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।