एसपी कल करेंगे खुलासा
आदित्यपुर (रिपोर्टर): पूर्व विधायक अरविन्द सिंह उर्फ मलखान सिंह के साले व हरिओमनगर निवासी संवेदक कन्हैया सिंह हत्याकांड मामले में पुलिस द्वारा साजिशकत्र्ता व शूटरों समेत कई युवकों को गिरफ्तार कर लिये जाने की चर्चा है और पूरी कहानी लगभग सामने आ गई है। पुलिस ने सरायकेला जिला कांग्रेस अध्यक्ष छोटराय किस्कु के बेटे को भी हिरासत में लिया है पुलिस ने पूर्व विधायक अरविंद सिंह के पुत्र जय सिंह को भी पूछताछ के लिये बुलाया है। किस्कु का पुत्र हत्या की साजिश करने वाले युवक का साथी है जो अभी नाबालिग है। तरह तरह की चर्चाओं के बीच पुलिस कन्हैया सिंह की पुत्री को समस्तीपुर के गांव से उठाकर आज यहां लाई। पता चलता है कि अपराधियों के साथ उसका सामना कराया जाएगा और वयानों के आधार पर कडिय़ां जोड़ी जाएंगी। पूरे मामले का खुलासा कल 12 बजे दिन में आरक्षी अधीक्षक प्रेस के समक्ष करने वाले हैं।
पता चला है कि पुलिस ने हत्याकांड में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद अलग-अलग स्थानों पर ले जाकर पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक इस मामले में पुलिस साजिशकत्र्ता के रूप में जमशेदपुर के राजवीर सिंह समेत शूटर आदित्यपुर मांझीटोला के निखिल गुप्ता और उसके दो सहयोगियों (मांझीटोला के ही) को भी गिरफ्तार किया है. साथ ही पुलिस कन्हैया सिंह की बड़ी बेटी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है, जिसे समस्तपुरी (बिहार)से यहां लाया गया है. राजवीर सिंह का दावा है कि कन्हैया सिह की हत्या में उनकी बेटी ने भी साथ दिया। जबकि ऐसा भी हो सकता है कि वह अपने बचाव मेंकोई कहानी बना रहा हो। पुलिस ने काल रिकार्ड के आधार पर बेटी को संदेह के घेरे में लिया है। छोटराय किस्कु का पुत्र राजवीर सिंह ेक साथ पटना गया और जैसा कि पता चला है, उसने एक अंगुठी बेटी को पहुंचाई। उसे हत्या की साजिश की पूरी कहानी का पता था। एक अभियुक्त के साथ कॉल में अरविंद सिंह के पुत्रका मोबाइल नंबर पाया गया है जिस कारण पुलिस ने उसे पूछताछ के लिये बुलाया।
अब तक तफ्तीश में यह बातें सामने आयी है कि कन्हैया सिंह को बेटी की प्रेम कहानी की जानकारी हो चुकी थी. जमशेदपुर के रहने वाला प्रेमी राजवीर सिंह नामक युवक के साथ बेटी अर्पणा सिंह का प्रेम संबंध था. राजवीर कदमा का रहने वाला है जो पहले आदित्यपुर माझी टोला में ही रहता था। पूर्व में उसे कन्हैया सिंह के बेटी से दूर रहने की नसीहत दी गयी थी। पुलिस टीम हत्याकांड का वास्तविक कारण जानने का प्रयास कर रही है.ज्ञात हो कि गत सप्ताह रात करीब 10 बजे कन्हैया सिंह के घर के दरवाजे पर ही गोली मारकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी. और शुरुआत से ही इस हत्याकांड में संदेह की सूई कन्हैया के अपने लोगों के इर्द-गिर्द ही घूम रही है. उक्त हाई प्रोफाइल हत्याकांड को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों दरा काफी हो-हंगामा किया गया था. कोल्हान की सियासत और अपराध जगत को हिला दिया था.
अपराधियों की धरपकड़ के लिए की गई थी एसआइटी गठित
कन्हैया सिंह हत्याकांड में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए जिले के पुलिस अधीक्षक आनंद प्रकाश के निर्देश पर सरायकेला के एसडीपीओ हरविंदर सिंह के नेतृत्व में एसआइटी गठित की गई थी. इसमें आदित्यपुर, आरआइटी, गम्हरिया, कुचाई, दलभंगा थाना प्रभारी व पुराने पुलिस अफसरों को शामिल किया गया था. टीम में पड़ोसी जिला के बागबेड़ा, जुगसलाई व कदमा थाना पुलिस की भी मदद ली गई.