झारखंड के गुमला जिले के विकास भवन में हो रही दिशा की बैठक में पंखे में अचानक आग लग गयी. इससे अफरा-तफरी मच गयी. किसी तरह उस पर काबू पाया गया. इसमें केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, लोहरदगा संसदीय क्षेत्र के सांसद सुदर्शन भगत, राजसभा सांसद समीर उरांव सहित वरीय अधिकारी शामिल थे.
. हालांकि इससे किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं रहने के कारण ये हादसा हुआ. आग पर काबू पाने के बाद बैठक दोबारा शुरू की गयी.
पंखे में आग लगने पर मची अफरा-तफरी
बताया जा रहा है कि दिन के 12:30 बजे बैठक के कमरे का पंखा अचानक जलने लगा. सुरक्षाकर्मी व कुछ अधिकारियों ने पंखे को उतारा और उस पर पानी डाला. डीएसओ चाय पी रहे थे. उन्होंने आग बुझाने के लिए अपनी चाय ही उस पर डाल दी. इसके बाद आग पर काबू पाया गया. आग लगने के बाद 15 मिनट तक अफरा-तफरी का माहौल रहा. कई अधिकारी बैठक से बाहर निकल गये और मिस्त्री को खोजने लगे. आग लगने के बाद बैठक हॉल में मौजूद मंत्री, सांसद व अधिकारी भी भयभीत हो गए.
फायर फाइटिंग सिस्टम का अभाव
बैठक में आग बुझाने का यंत्र भी नहीं था. इस कारण आग बुझाने के लिए पानी और चाय का इस्तेमाल करना पड़ा. आपको बता दें कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गुमला के विकास भवन में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की अध्यक्षता में दिशा की बैठक हो रही है. इसमें सांसद, विधायक, जिला परिषद की अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित जिले के सभी अधिकारी शामिल हैं. बैठक में जिले के विकास के मुद्दे पर चर्चा हो रही है, परंतु अचानक पंखे में आग लगने के बाद कुछ देर के लिए बैठक रोकनी पड़ी. आग पर काबू पाने के बाद बैठक दोबारा शुरू की गयी