पटना ,19 जून: बिहार में पिछले चार दिनों से बवाल ही बवाल है। केन्द्र सरकार की सेना में युवाओं को मौका देने की नई भर्ती योजना अग्निपथ को लेकर भडक़ा आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। बिहार के लगभग सभी जिलों में हिंसक प्रदर्शन हुए और कई ट्रेनों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों के निशाने पर बिहार बीजेपी के नेता और दफ्तर रहे। यही कारण है कि अब तक शांत रहे बीजेपी नेता खुलकर नीतीश कुमार के खिलाफ बोलने लगे हैं। बिहार बीजेपी के मुखिया संजय जायसवाल ने तो यहां तक कह दिया कि बिहार में बीजेपी को टारगेट किया जा रहा है और पूरे प्रकरण में पुलिस-प्रशासन मौन है। तो क्या मान लिया जाए कि बीजेपी ‘अग्निपथ’ को मुद्दा बनाकर नीतीश से छुटकारा पाना चाहती है?
संजय जायसवाल ने ‘पुलिस-प्रशासन’ शब्द का प्रयोग किया है। नीतीश कुमार का एक बार भी नाम नहीं लिया। दरअसल, बिहार के मुखिया यानी सीएम नीतीश कुमार हैं। नीतीश कुमार के पास गृह विभाग है। ऐसे में ‘पुलिस-प्रशासन’ को आदेश देने का अधिकार नीतीश कुमार के पास है। तो साफ है संजय जायसवाल ने नीतीश कुमार का नाम लिए बिना ही नीतीश कुमार को टारगेट किया। साफ-साफ तो नहीं, लेकिन संकेत देकर ही बता दिया कि पिछले चार दिन से बिहार में जो कुछ भी हो रहा है, उसमें पुलिस-प्रशासन का मौन सहमति है।
प्रशासन की भूमिका अच्छी नहीं: बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार में सुनियोजित ढंग से केंद्र की श्रेष्ठ योजना को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। युवाओं को बरगलाया जा रहा है। अफवाह उड़ाया जा रहा कि सेना में नौकरियों को कम किया जा रहा, ये सब बिल्कुल झूठ है। खास एजेंडे के तहत बिहार को तबाह करने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में चार दिनों से जारी हंगामे के दौरान प्रशासन की भूमिका अच्छी नहीं रही। पत्रकारों से बात करते हुए रेणु देवी ने कहा था कि बिहार सरकार उग्र प्रदर्शनकारियों के खिलाफ नरम रवैया अपना रही है। उन्होंने तो यहां तक कह दिया था कि प्रदर्शनकारियों के घरों पर भी बुलडोजर चलाया जाना चाहिए।
इधर, जीतन राम मांझी की हम ने तो शनिवार को बुलाए गए बिहार बंद का नैतिक समर्थन भी किया था। यानी सत्ताधारी तीनों दल के अपने-अपने विचार है। होना भी चाहिए लेकिन सबसे अधिक कोई बेचैन तो वो है बीजेपी।
12 बीजेपी नेताओं को वाई ग्रेड सुरक्षा
गृह मंत्रालय ने बीजेपी के दोनों उप मुख्यमंत्री समेत 12 नेताओं को अतिरिक्त सुरक्षा दी है। जानकारी के मुताबिक यह सुरक्षा वाई कैटेगरी की होगी और इसकी कमान सीआरपीएफ के हाथ में होगी। जेडीयू से तनातनी के बीच केंद्र सरकार का यह बड़ा फैसला माना जा रहा है।
सांसद वरुण गांधी भी सरकार पर हमलावर
यूपी की पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी की सरकार पर हमला कर दिया है. वरुण गांधी ने ताजा हमला अग्निपथ योजना में लगातार हो रहे बदलावों को लेकर बोला है. वरुण ने इसको लेकर ट्वीट किया है कि जिस तरह से इसमें कुछ घंटों के भीतर ही लगातार बदलाव किए गए हैं. उससे जाहिर होता है कि योजना बनाते समय सभी बिंदुओं को ध्यान में नहीं रखा गया. अपने ट्वीट में लिखा है, ‘अग्निपथ योजना’ को लाने के बाद महज कुछ घंटे के भीतर इसमें किए गए संशोधन यह दर्शाते हैं कि संभवत: योजना बनाते समय सभी बिंदुओं को ध्यान में नहीं रखा गया. इससे पहले उन्होंने एक ट्वीट करते हुए लिखा था, ‘सैन्य अभ्यर्थियों के इस संघर्ष में मैं हर कदम पर उनके साथ खड़ा हूं. आप सभी से विनम्र निवेदन है कि धैर्य से काम लें और ‘लोकतांत्रिक मर्यादा’ बनाए रखते हुए अपने ज्ञापन विभिन्न माध्यमों से सरकार तक पहुंचाये. ‘सुरक्षित भविष्य’ हर युवा का अधिकार है! न्याय होगा.