नेशनल हेराल्ड केस में पूछताछ के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ईडी (ED) के कार्यालय से निकलकर तुगलक लेन स्थित अपने आवास पहुंच गए थे. वहीं अब वे एक बार फिर पूछताछ के लिए ईडी के ऑफिस पहुंचे हैं. एक अधिकारी ने बताया था कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी दोपहर के भोजन के लिए ईडी कार्यालय से निकले हैं, वे पूछताछ के लिए फिर आएंगे. इससे पहले करीब तीन घंटे तक कांग्रेस नेता राहुल गांधी से पूछताछ की गई. इसमें बैंक एकाउंट समेत कई चीजों पर सवाल किए गए.
वहीं दूसरी तरफ राहुल गांधी की पेशी के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क पर विरोध मार्च निकाला और प्रदर्शन किया. इसके बाद कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला समेत कई बड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया. रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि नेशनल हेराल्ड में कोई घोटाला नहीं हुआ. नेशनल हेराल्ड कंपनी ने यंग इंडिया कंपनी का बकाया चुकाया है और कर्मचारियों का वेतन दिया. हमने बीजेपी सरकार की तरह भारत की सरकारी संपत्तियों को बेचा नहीं है.बता दें कि, राहुल गांधी की पेशी को देखते हुए कांग्रेस ने देश भर में ईडी कार्यालयों के बाहर सत्याग्रह का फैसला किया था.
राहुल और सोनिया गांधी को किया है तलब
ईडी ने नेशनल हेराल्ड से जुड़े कथित धनशोधन के मामले में राहुल गांधी को पूछताछ के लिए बुलाया था. जांच एजेंसी ने इससे पहले राहुल गांधी को दो जून को पेश होने के लिये कहा था. लेकिन उन्होंने पेश होने के लिए कोई दूसरी तारीख देने का अनुरोध करते हुए कहा था कि वह देश से बाहर हैं. एजेंसी ने इसी मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को 23 जून को तलब किया है. पहले उन्हें आठ जून को पेश होने के लिए नोटिस दिया गया था. लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष ने पेश होने के लिए और समय मांगा था क्योंकि वह कोरोना से संक्रमित हैं और अब तक स्वस्थ नहीं हुई हैं.
राहुल गांधी के साथ पहुंचे सभी वरिष्ठ नेता
राहुल गांधी की पेशी से पहले अधिकारियों ने बताया कि राहुल गांधी सुबह करीब 11.10 बजे एपेजी अब्दुल कलाम रोड स्थित ईडी के मुख्यालय पहुंचे और संभावना है कि वह अपना बयान लिखित रूप से दें. इस मौके पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे और राहुल गांधी के प्रति अपना समर्थन जताया. राहुल गांधी का काफिला जब ईडी मुख्यालय पहुंचा तो गाड़ी में उनके बगल में प्रियंका गांधी भी बैठी हुईं थीं. अधिकारियों के अनुसार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और गांधी परिवार से पूछताछ ईडी की जांच का हिस्सा है ताकि यंग इंडियन और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) के हिस्सेदारी पैटर्न, वित्तीय लेनदेन और प्रवर्तकों की भूमिका को समझा जा सके.
कांग्रेस ने आरोपों को बताया निराधार
कांग्रेस का कहना है कि उसके शीर्ष नेताओं के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं और ईडी (ED) की कार्रवाई प्रतिशोध की राजनीति के तहत की जा रही है. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस एक राजनीतिक दल है और एक राजनीतिक दल किसी कंपनी में हिस्सेदारी नहीं खरीद सकता. इसलिए, ‘यंग इंडियन’ के नाम से एक गैर-लाभकारी कंपनी (नॉट फॉर प्रॉफिट कंपनी) को ‘नेशनल हेराल्ड’ एवं एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के शेयर दिए गए, ताकि 90 करोड़ रुपये का कर्ज खत्म हो सके.
सुरजेवाला ने कहा कि इस 90 करोड़ रुपये में से 67 करोड़ रुपये कर्मचारियों के वेतन व वीआरएस के लिए दिए गए और बाकी सरकार का बकाया, बिजली के बिल व भवन के लिए भुगतान हुआ. ये अपराध कैसे हो सकता है? ये तो कर्तव्य का बोध है. सुरजेवाला के अनुसार, नेशनल हेराल्ड के स्वामित्व वाले एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) के पास आज भी सारी संपत्ति हूबहू सुरक्षित है.