नई दिल्ली: पैगंबर मोहम्मद पर अभद्र टिप्पणी मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। भाजपा ने नुपूर शर्मा को छह के लिए पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया है। मगर अब इस मामले पर राजनीति बढ़ती जा रही है। कांग्रेस से लेकर तमाम पार्टियां इस मसले पर भाजपा पर दवाब बना रही हैं। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक के बाद एक 11 ट्वीट करके भाजपा ने तमाम सवालों के जवाब मांगे हैं। एक टेलिवीजन डिबेट शो में कानपुर हिंसा मामले पर चर्चा चल रही थी मगर AIMIM प्रवक्ता अब्दुल मन्नान उस चर्चा को नूपुर शर्मा तक ले पहुंचे।
नूपुर शर्मा के समर्थन में उतरीं साध्वी प्राची
एक टीवी न्यूज डिबेट में एआईएमआईएम के प्रवक्ता मन्नान नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। वहीं समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता सुमैया राणा ने कानपुर हिंसा को दोष सरकार पर ही मढ़ दिया। उन्होंने कहा कि जब ये पर्चे बंट रहे थे तब प्रशासन क्या कर रहा था। प्रशासन का खूफिया तंत्र कहां था। किसी को भी पता नहीं चला कि क्या होने वाला है। इसके बाद उन्होंने कहा कि दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए मगर उनके घर पर बुलडोजर नहीं चलने चाहिए। इसके बाद चर्चा में साध्वी प्राची जुड़ गईं। साध्वी प्राची लगातार नूपुर शर्मा के बयान का समर्थन कर रही हैं।
एमएफ हुसैन को शरण देता है कतर
साध्वी प्राची ने कहा कि कतर केवल 29 लाख की आबादी वाला देश है। हिंदू देवी देवताओं की पेंटिंग्स बनाने वाला हुसैन को कतर ने ही नागरिकता दी थी। किस आधार पर एमएफ हुसैन को नागरिकता दी गई थी। उन्होंने कहा कि हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने वाले को कतर में नागरिकता दे दी जाती है। हुसैन को देश छोड़ने के बाद मलेशिया ने शरण दे दी। जब भी कोई हिंदू धर्म का अपमान करता है, हिंदू देवी देवताओं का अपमान करता है तो कतर भी उसको शरण देता है और मलेशिया भी उसको शरण देता है। उन्होंने आगे कहा कि किसी धर्म का कोई अपमान नहीं किया गया, जब बार-बार हमारे शिवलिंग को फव्वारा बताया जा रहा है तो इंसान क्या करेगा।