केंद्र सरकार ने आधार कार्ड को लेकर आज सुबह एक बयान जारी किया था, जिसमें बताया गया था कि आप लोग अपने आधार कार्ड की फोटो किसी के साथ भी साझा नहीं करें. सरकार ने बताया कि इससे आपके आधार कार्ड का दुरुपयोग होने की संभावना रहती है. फिलहाल सरकार ने अपने इस बयान को वापस ले लिया है.
क्यों वापस लिया बयान?
सरकार ने नई प्रेस रिलीज जारी कर इस बारे में जानकारी दी है. बयान वापस लेने के पीछे सरकार ने ‘गलत अर्थ’ की संभावना का हवाला दिया है. दोबारा से जारी की गई प्रेस रिलीज में बताया गया है कि रिलीज की गलत व्याख्या की संभावना को देखते हुए इसको तत्काल प्रभाव से वापस लेने का फैसला लिया गया है.
खुद के विवेक का करें इस्तेमाल
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने नोटिस जारी कर बताया कि आधार कार्ड धारकों को इसका इस्तेमाल और शेयर करने से पहले सामान्य विवेक का ही इस्तेमाल करना होगा. वह किसी के साथ भी आधार नंबर शेयर करने से पहले पूरी जांच कर लें.
पहले सुबह सरकार ने जारी की थी ये एडवाइजरी
आपको बता दें आज सुबह को पहले केंद्र सरकार ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से देशवासियों से अपील की थी कि अपने आधार की फोटोकॉपी किसी व्यक्ति या संस्थान के साथ धड़ल्ले से साझा न करें. 27 मई को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी करके कहा, जिन संगठनों ने यूआईडीएआई से उपयोगकर्ता का लाइसेंस लिया है वे किसी भी व्यक्ति की पहचान स्थापित करने के लिए आधार का उपयोग कर सकते हैं. इसके अलावा प्रेस विज्ञप्ति में ये भी कहा गया है कि होटल या फिल्म जैसी निजी संस्थाएं आधार कार्ड की प्रतियां रखने की हकदार नहीं हैं