पंद्रह वर्ष पहले आईपीएल के पहले सफर में सुनहरी शुरूआत करने वाले राजस्थान रॉयल्स एक बार फिर इतिहास को दोहराना चाहेंगे तो दिग्गजों को जमींदोज करके अपने पहले ही सफर में सिरमौर बनी गुजरात टाइटंस कामयाबी नया इतिहास रचने की फिराक में होगी। दो महीने पहले जब आईपीएल का मौजूदा सत्र शुरू हुआ था तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि फाइनल के टॉस के लिये संजू सैमसन और हार्दिक पंड्या मैदान पर उतरेंगे। अपने कैरियर में कई उतार चढाव देख चुके हार्दिक और मुख्य कोच आशीष नेहरा के लिये दो महीने का यह सफर सपने सरीखा रहा। नीलामी के बाद इस टीम को परखे बिना ही दौड़ से बाहर मान लेने वाले क्रिकेट पंडितों से लेकर आलोचकों तक सभी को अपने प्रदर्शन से इन्होंने जवाब दिया है। ‘वन मैच वंडर’ कहे जा रहे राहुल तेवतिया और लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाने वाले डेविड मिलर जैसे खिलाड़ियों की यह टीम कागजों पर उतनी मजबूत नहीं लग रही थी। लेकिन फिर क्रिकेट तो अनिश्चितताओं का ही खेल है जिसमें मैदान पर ही तकदीर बनती और बिगड़ती है। फिट होकर फॉर्म में लौटे हार्दिक ने बतौर कप्तान अपना लोहा मनवाया है।
गुजरात टाइटंस के बल्लेबाज डेविड मिलर का मानना है कि स्पिनरों को खेलते समय मानसिकता में बदलाव से उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग के मौजूदा सत्र में कामयाबी मिल सकी। मिलर ने गुजरात टाइटंस के लिये 15 मैचों में 449 रन बनाये हैं जबकि कप्तान हार्दिक पंड्या ने 14 मैचों में 453 रन जोड़े हैं। दक्षिण अफ्रीका के इस बल्लेबाज ने कहा कि नेट्स पर की गई मेहनत से उन्हें काफी फायदा मिला। उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ रविवार को होने वाले आईपीएल फाइनल से पहले कहा ,‘‘ स्पिनरों के सामने मेरे लिये यह सत्र अच्छा रहा। मैने इस पर काफी मेहनत की है। मुझे कभी लगा नहीं कि मैं स्पिनरों को नहीं खेल पा रहा हूं लेकिन मुझे इसमें मेहनत करनी थी।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ मैने स्पिनरों के खिलाफ अपनी मानसिकता बदली। एक या दो चीजों में बदलाव किया। मैं यह सुनिश्चित करना चाहता था कि हर गेंद प़र रन बनाऊं।’’ मिलर ने कहा ,‘‘ अगर कोई गेंद खराब है तो मैं उसे नसीहत दे सकूं। इससे गेंदबाज पर दबाव बनता है। मानसिक रूप से मैने इस पर मेहनत की है।’’
विपक्षी टीम के बल्लेबाजों के जोखिम मुक्त योजना अपनाने से राशिद खान को एक छोर को संभालने के लिये रक्षात्मक रणनीति का इस्तेमाल करने में मदद मिली है ताकि दूसरे छोर पर गेंदबाज आक्रामक गेंदबाजी करे। पांचवें आईपीएल सत्र में राशिद के ओवरों को प्रतिद्वंद्वी टीमों के बल्लेबाज जल्द से खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं जबकि गुजरात टाइटंस के अन्य गेंदबाजों के खिलाफ तेजी से रन जुटाने के प्रयास कर रहे हैं। राशिद का 15 मैचों में इकोनोमी रेट 6.73 का है जो काफी प्रभावित करने वाला है। वह 18 विकेट लेकर सूची में नौंवे स्थान पर हैं। अफगानिस्तान के स्पिनर राशिद ने रविवार को होने वाले फाइनल से पहले कहा, ‘‘मेरी रणनीति प्ले-ऑफ में भी अलग नहीं रही। पूरे टूर्नामेंट में ऊर्जा और सोचने की प्रक्रिया यही रही है। लेकिन टीमें मेरे खिलाफ संभलकर खेल रही हैं। इसलिये मैं कसी गेंदबाजी करने की कोशिश कर रहा हूं जिससे दूसरे छोर पर गेंदबाज द्वारा विकेट झटकने का मौका भी बढ़ता है। ’’ उनकी गेंदबाजी में अहम चीज एक विशेष क्षेत्र में हिट करना है।
आईपीएल 2022 के दूसरे क्वालीफायर मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को हराकर फाइनल में जगह बना ली है। रविवार को आईपीएल के फाइनल मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स का मुकाबला गुजरात टाइटंस से होगा। गुजरात टाइटंस में क्वालीफायर 1 में राजस्थान को हराने के बाद फाइनल में जगह बना ली थी। हालांकि दूसरे क्वालीफायर मुकाबले में राजस्थान में बेंगलुरु को हराते हुए फाइनल में जगह बनाई है। पहले बल्लेबाजी करते हुए बेंगलुरु की टीम ने राजस्थान के खिलाफ 157 रन बनाए थे। राजस्थान को जीत के लिए 158 रन बनाने थे। राजस्थान ने इसे 3 विकेट के नुकसान पर आसानी से हासिल कर लिया। राजस्थान की ओर से शुरुआत अच्छी हुई। यशस्वी जायसवाल और जॉस बटलर के बीच अच्छी शुरुआती साझेदारी हुई। जॉस बटलर ने आज एक बार फिर से राजस्थान की ओर से शतक जड़ा। इस टूर्नामेंट में बटलर का यह चौथा शतक है। उन्होंने 60 गेंदों में 106 रनों की पारी खेली जिसमें 6 छक्के और 10 चौके शामिल थे। कप्तान संजू सैमसन ने भी 23 रनों की पारी खेली। बेंगलोर की ओर से साधारण गेंदबाजी का प्रदर्शन किया गया।