दुमका , केंद्र की मोदी सरकार द्वारा केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरूपयोग कर राज्य की हेमंत सरकार को बदनाम और अस्थिर करने के मुद्दे को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सोमवार को पुराना समाहरणालय परिसर में एकदिवसीय धरना दिया। धरना के दौरान
झामुमो नेताओं ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर हमला बोला और तानाशाही सरकार करार दिया। पार्टी के शिकारीपाड़ा से विधायक नलिन सोरेन ने कहा कि केंद्र सरकार की नजर झारखंड की अकूत खनिज संपदा पर है और भाजपा नहीं चाहती कि इस राज्य और यहाँ की जनता का विकास हो। उन्होंने कहा कि बीते 22 सालों में सबसे ज्यादा भाजपा का राज्य में शासनकाल रहा और भाजपा के शासनकाल में ही भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला। राज्य के युवा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दो बार राज्य की सत्ता की कमान मिली और दोनों बार सीएम हेमंत सोरेन ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में राज्य और यहाँ की जनता के विकास और भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए पूरी ताकत झोंक दी लेकिन यह सब भाजपा को पसंद नहीं है और एक साजिश के तहत हेमंत सरकार को बदनाम कर और उन्हें फंसाकर अस्थिर करना चाह रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र और भाजपा की इस कूटनीति को झामुमो सफल नहीं होने देगी और सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करेगी। नलिन सोरेन ने कहा कि अवैध माइनिंग को रोकने और दोषियों पर जितनी कार्रवाई के लिए हेमंत सरकार ने प्रयास किया वो भाजपा के शासनकाल में भी नहीं हुआ था। आईएएस पूजा सिंघल को विभिन्न घोटालों में भाजपा की सरकार ने ही क्लीन चिट दिया था और आज साजिश के तहत हेमंत सरकार को बदनाम किया जा रहा है। पार्टी के केंद्रीय महासचिव विजय कुमार सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार राज्य के सीएम हेमंत सोरेन के खिलाफ साजिश के तहत वैधानिक संस्था का दुरूपयोग कर हटाने का प्रयास कर रही है लेकिन झामुमो केंद्र के गलत मंसूबों को सफल नहीं होने देगी। जब से अलग राज्य का गठन हुआ है तब से भाजपा ने झामुमो के खिलाफ हर वक्त साजिश रची। इस मौके पर झामुमो के जिला सचिव शिव कुमार बास्की, केन्द्रीय समिति सदस्य आलोक सोरेन, अब्दुस सलाम अंसारी, अशोक कुमार, रवि यादव, दुमका प्रखंड अध्यक्ष सिराजुद्दीन अंसारी, शिकारीपाड़ा प्रखंड अध्यक्ष चुंडा हेम्ब्रम, प्रखंड सचिव प्रभु हांसदा, रामगढ़ प्रखंड अध्यक्ष शिवलाल मरांडी, प्रखंड सचिव नन्दलाल प्रसाद राउत, इंदू चौबे, सुमंत यादव, पेंटल दा, साकेत कुमार गुप्ता, पराक्रम शर्मा, रजनीश कुमार, जू साहेब, हेमंत स्वर्णकार, नशीबा शाहीन, छोटेलाल मंडल, अमर यादव, जमील अख्तर, रंजीत साह, निप्पू अंसारी, मधु अली खान, कार्तिक दास, शानू हांसदा समेत झामुमो के सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।