महाराष्ट्र में किसान प्याज के दाम को लेकर बड़े संकट का सामना कर रहे हैं. राज्य के किसानों के मुताबिक प्रति किलो प्याज उत्पादन की लागत 15 से 20 रुपए तक पहुँच गई है. जबकि मौजूदा समय में राज्य के अलग-अलग मंडियों में किसान प्याज न्यूनतम 1 रुपए से लेकर अधिकतम 10 रुपए तक बेचने को मजबूर है.देश में कुल 40 प्रतिशत प्याज की आपूर्ति महाराष्ट्र से की जाती है
मुंबई से सटे नवी मुंबई स्तिथ APMC मार्केट (मुंबई कृषि उत्पन बाजार समिति) में बीते 25 साल से आलू और प्याज का व्यापार करने वाले भरत मोरे प्याज के लगातार गिरते हुए दामों को लेकर बात करते हुए बताते है कि, प्याज के दामों में भारी गिरावट के कई प्रमुख कारण है. जिनमें से सबसे बड़ा कारण है इस साल प्याज की पैदावार (उम्मीद से ज्यादा ) अच्छी हुई है. वहीं इसकी कीमत में गिरावट का एक अन्य कारण है कि पहले किसान सीमित संख्या में प्याज की खेती किया करते थे. लेकिन अब प्याज की खेती करने वाले किसानों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. बीते 10 सालों का इतिहास बताता है कि राज्य में मंडी समिति की संख्या में इजाफा हुआ है. राज्य में स्टोरज की एक बड़ी समस्या है. सही स्टोरेज ना मिलने पर प्याज की क्वालिटी पर असर पड़ता है.
भरत आगे बताते है कि अगर प्याज की क्वालिटी अच्छी हो तो आज भी बाजार और मंडियों में किसानों को अच्छी कीमत मिल जाती है. “अच्छी क्वालिटी” की प्याज हम लोग 12 से 14 रुपए प्रति किलो खरीदते हैं. “मीडियम क्वालिटी” 8 से 10 रुपए प्रति किलो और “लो क्वालिटी” 5 से 6 रुपए प्रति किलो तक खरीदा जाता है.