फरार चल रहे ललितपुर के एसएचओ को पुलिस ने रेप के मामले में प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया है. आरोप है कि मानवता को शर्मसार करते हुए सामुहिक दुष्कर्म पीड़िता से थाना प्रभारी ने बलात्कार किया था. एडीजी प्रयागराज जोन प्रेम प्रकाश ने कहा है कि पूर्व एसएचओ की तलाश में आज कौशांबी, प्रयागराज और बांदा में ताबड़तोड़ छापेमारी की गई थी. आरोपी एसएचओ लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था. सुबह वह बांदा में था और उसके बाद चित्रकूट आया. इसके बाद फिर कौशांबी होते हुए वह शाम को प्रयागराज पहुंचा.
बयान के मुताबिक आरोपी SHO की इलाहाबाद हाईकोर्ट के पास से गिरफ्तारी हुई है. वह लगातार अपने मोबाइल नंबर भी बदल रहा था. अपने एक रिश्तेदार के जरिए वकील से कानूनी राय लेने के लिए आरोपी इंस्पेक्टर प्रयागराज आया था. इस शर्मसार कर देने वाली घटना के बाद पीड़िता एसपी कार्यालय पहुंची और रो-रोकर अपने साथ हुए दुष्कर्म के बारे में बताया था.
थानाध्यक्ष पर ये है आरोप
आरोप है कि ललितपुर जिले में सामूहिक बलात्कार की शिकायत दर्ज कराने आयी 13 साल की किशोरी के साथ थानाध्यक्ष ने कथित रूप से दुष्कर्म किया. इस मामले में आरोपी पुलिस अफसर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था. थाने के अन्य सभी पुलिसकर्मियों को भी लाइन हाजिर कर दिया गया था.
तलाश में जुटी थीं टीमें
आरोपी थानाध्यक्ष की तलाश की जा रही थी. घटना को लेकर विपक्षी दल सरकार पर जमकर निशाना साध रहे हैं. वहीं उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने विपक्षी दलों से कहा कि वे आपराधिक मामलों का राजनीतिकरण न करें. उन्होंने कहा, ‘पीड़िता हमारी बेटी है और उसके साथ कुछ गलत हुआ है तो सरकार सख्त कार्रवाई करेगी और दोषी को किसी कीमत पर नहीं बख्शेगी.’
किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा
उन्होंने कहा, ‘सरकार इस मामले को फास्ट ट्रैक अदालत में ले जाएगी और घटना में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ इतनी सख्त कार्रवाई होगी कि उनकी अगली पीढ़ियां तक कराह उठेंगी.’ उनके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई होगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.’
4 लडक़ों ने किया रेप, फिर इंस्पेक्टर ने की दरिंदगी
सोमवार को चाइल्ड लाइन की टीम को किशोरी की मां ने बताया कि 22 अप्रैल को चंदन, राजभान, हरिशंकर और महेंद्र चौरसिया किशोरी को बहला-फुसलाकर भोपाल ले गए थे। वहां 3 दिनों तक उसके साथ रेप किया। इसके बाद चारों आरोपी 25 अप्रैल को पाली कस्बे के थाने में किशोरी को छो?कर फरार हो गए। पुलिस ने किशोरी की मौसी को बुलाकर उसे सौंप दिया।
27 अप्रैल को एसएचओ ने बयान के लिए थाने बुलाया। आरोप है कि जहां देर शाम किशोरी को अपने कमरे में ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। 30 अप्रैल को पुलिस ने उसे फिर थाने बुलाया और लडक़ी को चाइल्ड लाइन भेज दिया गया। जहां चाइल्ड लाइन ने जब पीडि़ता की काउसंलिंग की तो उसने स्॥ह्र के रेप करने की बात बताई।
इसके बाद मां ने आरोपी थानाध्यक्ष पाली तिलकधारी सिंह सरोज, चंदन, राजभान, हरिशंकर, महेन्द्र चौरसिया और पीडि़ता की मौसी के खिलाफ बहला-फुसलाकर भगाना (धारा-363), रेप (धारा-376), 376क्च, 120क्च और पॉक्सो के साथ स्ष्ट एक्ट में मामला दर्ज कराया है।