जमशेदपुर। टाटा स्टील की ओर से आयोजित 12 दिवसीय सैकेण्ड हॉकी इंडिया जूनियर मैन अकैडमी नेशनल चैंपियनशिप के समापन समारोह में भाग लेने आए पद्मश्री, अर्जुन अवार्ड से सम्मानित वह चार बार के ओलंपियन भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान धनराज पिल्लई ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पहले एक कहावत था लोग कहते थे कि खेलोगे कूदोगे तो होगे खराब पढ़ोगे लिखोगे तो होगे नवाब लेकिन आज ऐसा नहीं है खेल के क्षेत्र में भी अपार संभावनाएं हैं । खासकर हॉकी खेल में मिडिल वर्ग के लोग भी बेहतर कर अपनी प्रतिभाओं को निखार सकते हैं और खेल में जगह बना कर अपना व अपने परिवार का बेहतर जीवनयापन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह भी मिडिल क्लास परिवार से आते हैं। सपने में भी उन्होने नहीं कभी सोचा था कि तीन- चार बार राष्ट्रपति भवन जाकर राष्ट्रपति के हाथों पुरस्कार लेकर सम्मानित होंगे लेकिन उन्हें हॉकी खेल ने यह मुकाम दिया। उन्होंने हॉकी इंडिया से अनुरोध किया कि वह भी हॉकी इंडिया प्रीमियर लीग शुरू करें जिससे बेहतर खिलाड़ी निकल कर सामने आए और भारतीय हॉकी टीम में प्रदर्शन करें। उन्होंने कहा कि हॉकी के कई खिलाड़ी हैं जो हॉकी प्रीमियर लीग से ही बेहतर प्रदर्शन कर भारतीय टीम में जगह बनाए थे। उन्होंने कहा कि खेल के क्षेत्र में ऐसे भी खिलाड़ी हैं जो एक करोड़ रुपए तक ले चुके हैं और अपनी प्रतिभा का बेहतर प्रदर्शन कर परिवार का जीवनयापन रहे हैं।
टाटा घराने ने देश के इतिहास मे अमिट योगदान दिया, आज भी रतन टाटा ने जारी रखा है
उन्होंने नवल टाटा हॉकी अकैडमी की सराहना करते हुए कहा कि टाटा घराने ने देश के इतिहास में अमित योगदान दिया है जमशेदजी टाटा, सर दोराबजी टाटा, जे आर डी टाटा जैसे ने औद्योगिक क्षेत्र के साथ खेलकूद व अन्य क्षेत्रों को बढ़ावा देने का काम किया है। आज भी रतन टाटा यह योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि नवल टाटा हॉकी अकैडमी में चल रहे चैंपियनशिप को उन्होंने देखा खिलाड़ियों ने जिस तरह से बेहतर प्रदर्शन किया है और उनका खेलने का जो तरीका है उससे ऐसा लगता है कि 10 12 खिलाड़ी प्रीमियर लीग शुरू हो तो उसमें खेल सकते हैं। उन्होंने कहा कि खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए स्पॉन्सर का आना भी जरूरी है। उन्होंने नवल टाटा हॉकी एकेडमी के सीईओ आशीष कुमार को बधाई देते हुए कहा कि इस तरह के टूर्नामेंट से उन्हें लगता है कि ऐसे ही आयोजन से युवा खिलाड़ी निकल कर सामने आएंगे। आगे भी टाटा स्टील से उम्मीद है कि इस तरह के टूर्नामेंट का आयोजन जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि इस तरह के चैंपियनशिप से खेल को साफ-साफ खिलाड़ियो को भी देखने का मौका लगता है। ऐसे ही टूर्नामेंट से नेशनल लेवल के खिलाड़ी निकल कर सामने आते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों से हिंदुस्तान के खिलाड़ी ग्रास रूट पर भी काम कर रहे हैं। पंजाब के सुरजीत एकेडमी से 6-7 खिलाडी प्रत्येक वर्ष निकलकर देश के लिए खेलते हैं।
नवल टाटा हॉकी एकेडमी ने जीता नेशनल चैंपियनशिप
टाटा स्टील की ओर से आयोजित सेकंड हॉकी जूनियर मेंढक एनबी जूनियर मैन अकैडमी नेशनल चैंपियनशिप का रविवार को नवल टाटा हॉकी एकेडमी में समापन हुआ। जिसमें नवल टाटा हॉकी एकेडमी की टीम ने चैंपियनशिप जीता। उन्हें धनराज पिल्लई नवल टाटा हॉकी एकेडमी के सीईओ आशीष कुमार समेत अन्य अतिथियों ने विजेता व उपविजेता को ट्रॉफी वा मेडल पहनाकर सम्मानित किया। इस मौके पर चैंपियनशिप में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया गया।