चंडीगढ
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार फ्री बिजली की शर्त पर घिर गई है। सरकार ने स्पष्ट किया कि जनरल कैटेगरी को फ्री से एक यूनिट ज्यादा खर्च होने पर पूरा बिल चुकाना होगा। जिसके बाद विरोधी हमलावर हो गए हैं। भाजपा के प्रदेश महासचिव सुभाष शर्मा ने सीएम भगवंत मान से सवाल पूछा कि जब यह गारंटी दी थी तो क्या बताया था कि जाति के आधार पर इस योजना का लाभ देंगे। शर्मा ने पूछा कि क्या सामान्य वर्ग में गरीब परिवार नहीं हैं। उन्होंने इसे सामान्य वर्ग के लोगों के साथ अन्याय और धोखा करार दिया।
क्या है फ्री बिजली की शर्त
सीएम भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार सभी घरेलू उपभोक्ताओं को हर महीने 300 यूनिट फ्री बिजली देगी। पंजाब में बिल 2 महीने बाद आता है यानी एक बिलिंग साइकल पर 600 यूनिट मुफ्त बिजली मिलेगी। इसी में पेंच है कि अगर एससी एसटी, बीसी, फ्रीडम फाइटर ने 2 महीने में 600 यूनिट से ज्यादा बिजली खर्च की तो उन्हें सिर्फ उन्हीं अतिरिक्त बिजली का बिल देना होगा। जनरल कैटेगिरी को लेकर विपक्षियों का आरोप है कि अगर 600 यूनिट से ज्यादा यानी अगर 1 यूनिट अतिरिक्त बिजली खर्च हुई तो पूरी 601 यूनिट का ही बिल देना होगा।
सोशल मीडिया भी दोफा?
आप सरकार की फ्री बिजली पर सोशल मीडिया में भी खूब बहस हो रही है। कुछ लोग इसे जनरल कैटेगिरी के साथ अन्याय बता रहे हैं। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि पहली बार जनरल कैटेगिरी को 600 यूनिट मुफ्त बिजली मिल रही है। ऐसे में इसका विरोध करने की जगह बिजली बचत करनी चाहिए।
फ्री बिजली पर अभी यह भी पेंच
सरकार ने यह तो कह दिया कि हर घर को 600 यूनिट मुफ्त बिजली देंगे। हालांकि पंजाब में कई घर ऐसे हैं, जहां अलग-अलग नाम से कनेक्शन लगे हुए हैं। इसको लेकर सवाल है कि क्या एक घर के सभी कनेक्शन पर 600 यूनिट फ्री बिजली मिलेगी। इसको लेकर अभी मान सरकार ने कुछ स्पष्ट नहीं किया है।