बुल्डोजर को शांति का प्रतीक माना जाना चाहिये-कपिल मिश्रा

जमशेदपुर, 17 अप्रैल (रिपोर्टर) : दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सह भाजपा के फायर ब्रांड नेता कपिल शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र में भाषण का जवाब भाषण, नारा का जवाब नारा या गीत-संगीत का जवाब गीत-संगीत ही होना चाहिये, लेकिन हाल के दिनों में हिन्दू समाज को इन सभी का जवाब बम, पत्थर, गोली, पेट्रोल बम आदि मिल रहे हैं. यह सही नहीं है, इसलिये सरकार को वैसे अपराधियों पर बेहिचक बुल्डोजर चलाना चाहिये. वे आज शहर में आयोजित हिन्दू महासम्मेलन में भाग लेने आये थे तथा स्थानीय सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में बुल्डोजर के कारण शांति स्थापित होती दिख रही है, शोभायात्राओं में फूल बरसाये जा रहे हैं. इस स्थिति में बुल्डोजर को शांति का प्रतीक माना जाना चाहिये. मध्यप्रदेश के दंगे में उनके भाषण को कारण बताने के सवाल पर श्री मिश्रा ने कहा कि वहां शाम 5.30 बजे दंगे हुए तथा संध्या 7.30 बजे कफ्र्यू लगा दी गई. जबकि उनकी सभा दंगेवाले स्थान से लगभग 40 किलोमीटर दूर रात्रि 8.30 बजे हुई तो उनकी सभा इसका कारण कैसे बन सकता है. यह अफवाह वही लोग फैला रहे हैं, जो पाकिस्तान के आतंकी कसाब को हिन्दू बता रहे थे.
उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर के मामले में सुप्रीम कोर्ट का आदेश सभी को मानना चाहिये. अगर यह बजे तो सभी धर्मों को इसकी इजाजत होनी चाहिये, अगर बंदिश लगनी है तो सभी के लाउडस्पीकर पर लगे. एक के लाउडस्पीकर बजने पर जश्न और दूसरे के बजने पर मातम मनाना एक तरह से जिहाद और तुष्टिकरण है.

कपिल मिश्रा के स्थानीय परिसदन (सर्किट हाउस) में पहुंचने की सूचना पर सुबह से ही सर्किट हाउस सहित बिष्टुपुर मार्ग (आयोजन स्थल) तक काफी पुलिस की ड्यूटी लगाई गई थी. सर्किट हाउस के दोनों गेट को पूरी तरह बंद कर दिया गया था तथा वहां प्रवेश करनेवालों को गेट के बाहर ही वाहन पार्किंग करने को कहा गया. इस अकारण पुलिस व्यवस्था पर श्री मिश्रा ने कहा कि सरकार को जहां सुरक्षा देनी चाहिये, वहां नहीं दे रही. दरअसल सुरक्षा लोहरदगा, रुपेश झा के क्षेत्र में होना चाहिये था. दरअसल सरकार खुद असुरक्षित महसूस कर रही है और अपराध रोकने से ज्यादा उनका ध्यान अपराध पर चर्चा रोकने में अपना ताकत लगा रही है.

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