Jamshedpur,15 April: विधायक सरयू राय ने एक बयान जारी कर कहा कि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने मंत्री पद पर बने रहने की योग्यता खो दी है. कोविड प्रोत्साहन राशि घोटाला में वे झूठ पर झूठ बोले जा रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग ने इस बारे में महालेखाकार को जो पत्र भेजा है उसे मैंने जारी कर दिया है. उनका एक झूठ पकड़ा गया है. अब वे कह रहे हैं कि उन्होंने प्रोत्साहन राशि का पैसा लिया नहीं लौटा दिया है. यह ठीक वैसा है जैसे कोई चोरी करते हुए रंगे हाथ पकड़े जाने पर थानेदार से कहे कि वह चोरी का धन वापस लौटा दे रहा हूँ.
इस बीच आज शाम यहां एक कार्यक्रम में मंत्री और विधायक जब आमने सामने हुए तब मंत्री ने विधायक के पांव छूकर अभिवादन किया ।
इस मामले में विधायक सरयू राय द्वारा अवैध रूप से राशि की निकासी का आरोप लगाये जाने के बाद मंत्री बन्ना गुप्ता ने मंत्री कोषांग के लिए प्रोत्साहन राशि का आदेश रद्द कर दिया है. साथ ही कहा कि मैं एक संवैधानिक पद पर हूं और सार्वजनिक जीवन व्यतीत करना मेरा कर्तव्य है. ऐसी परिस्थिति में विभाग के मंतव्य के उपरांत मंत्री कोषांग में कर्मियों को प्रोत्साहन राशि की स्वीकृति दी थी. अब इसे रद्द करते हुए उक्त प्रोत्साहन राशि को स्वास्थ्य विभाग के अधीन अन्य जरूरतमंद कर्मियों को वितरित करने का आदेश दे दिया है.विदित हो कि मंत्री कोषांग में मंत्री समेत 60 कर्मियों के बीच कुल 14 लाख 59 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दिये जाने थे. इसके साथ ही मंत्री ने चुनौती दी कि सरयू राय बतायें कि मंत्री कोषांग के लोगों को कब, कैसे और किस खाते में पैसा मिला. इस आरोप के तत्काल बाद सरयू राय ने एक पत्र जारी करते हुए कहा कि मंत्री
बन्ना गुप्ता ने मुझसे जानना चाहा है कि प्रोत्साहन राशि का पैसा कहाँ गया मैं बताऊँ. मंत्री जी के अनुसार पैसा किसको मिला यह भी मैं बताऊँ. एक नमूना पेश कर रहा हूँ जिसे स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव ने महालेखाकार को भेजा है. इस पत्र में लाभान्वितों के नाम और निकासी प्रक्रिया का उल्लेख है।