ब्रह्मर्षि विकास मंच, जमशेदपुर द्वारा आज 21 बरूआ का सामूहिक उपनयन संस्कार का गौरवमयी आयोजन सिदगोड़ा स्थित अमल संघ मैदान में संपन्न हुआ। आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रातःकाल वेदी पूजन, भागवत पूजन, घृतढारी, देवपूजन, चौलकर्म की विधि संपन्न हुई। इसके बाद सभी बरूआ के सिर पर हल्दी एवं दही का लेप लगाकर मुंडन किया गया। मुंडन के समय बरूआ के माता पिता द्वारा बहन एवं फुआ को लापर में सौगात देने की परंपरा की गई। तत्पश्चात उपनयन,भिक्षाटन, अभिषेक हुई। इसके उपरांत सभी बरूआ को कमिटी की तरफ से नया कपड़ा (कुर्ता, पाजामा, गंजी, जंघीया) प्रदान किया गया। तत्पश्चात रक्षा कंगन , गायत्री मंत्र उपदेश एवं हवन द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ उपनयन संपन्न हुआ। पूरे कार्यक्रम के दौरान महिलाओं के पारंपरिक गीतों से पूरा वातावरण संगीतमय हो गया था।
सभी अतिथियों ने स्वामी सहजानन्द सरस्वती एवं भगवान परशुराम के चित्र पर पुष्प अर्पित कर एवं दीप प्रज्वलित किया। उपनयन संस्कार लक्ष्मी नारायण मंदिर, हुलासगंज, गया के स्वामी रंग रामानुजाचार्य जी एवं 5 सदस्यीय विद्वान पुरोहितों द्वारा यज्ञोपवीत के संपूर्ण वैदिक रीति रिवाज एवं कर्मकांड से इस अनुष्ठान को भव्य यज्ञ मंडप में अद्वितीय ढंग से संपन्न कराया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन विनोद शुकला एवं धन्यवाद ज्ञापन सुधीर कुमार सिंह द्वारा किया गया।
समाज के प्रबुद्धजनों की प्रतिक्रिया – कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य इस प्रकार के अनुष्ठान के लिए होने वाले फिजूलखर्ची पर रोक, समाज मे समरसता, एकजुटता के साथ साथ अपनी संस्कृति को बचाने का संदेश प्रदान करना है।
आयोजन को सफल बनाने में विनोद शुक्ला, महासचिव योगेन्द्र मौआर, सुधीर कुमार, राजेश कुमार, विजयनारायण, कमलकांत, श्रीनिवास ठाकुर, कामेश्वर तिवारी, डा अनिल सिंह, कृष्णकांत पांडेय, अशोक कुमार, संजय सिंह, संजीव ओझा, अनुज चौधरी, चंदन, अमरेन्द्र शर्मा, संजय पांडे, पंकज ने मुख्य भूमिका निभाई।