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बोले यदि विपक्ष जीता तो अमरीका जीत जाएगा
इस्लामाबाद 2 अप्रैल पाकिस्तान में इमरान खान के लिए काउंटडाउन शुरू हो गया है, कल उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग है. इस बीच ट्रस्ट वोट से एक दिन पहले प्रधानमंत्री ने देश से एक बार फिर बात की. विश्वास मत से एक दिन पहले एक सार्वजनिक संबोधन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि “हमारी संसद समिति ने भी इस आधिकारिक दस्तावेज को देखा है, जिसमें कहा गया है कि अगर आप इमरान ख़ान को हटाते हैं तो आपके अमेरिका के साथ संबंध अच्छे होंगे.” इमरान खान ने लोगों से कहा कि वो उनके खिलाफ हो रही साजिश के खिलाफ प्रोटेस्ट करें, अपने लिए प्रोटेस्ट करें, मेरे लिए नहीं. इमरान ने कहा कि ये प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए. इमरान खान ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव में अगर कल विपक्ष जीता तो अमेरिका जीत जाएगा.
उन्होंने पाकिस्तान के नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि आप सब एक खुद्दार मुल्क के लिए प्रोटेस्ट करें. आज और कल सडक़ों पर अपने बच्चों के भविष्य के लिए प्रोटेस्ट करें. आप सबको सडक़ों पर निकलकर ये बताना चाहिए कि हम जिंदा कौम हैं. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन ने नाजायज तरीके से इराक पर हमला किया तो 20 लाख लोगों ने एत्तेजाज किया. विपक्ष चाहता है कि पाकिस्तान अमेरिका की गुलामी करे.उन्होंने कहा कि वकीलों से मशवरा ले रहा हूं कि इसका बेहतरीन तरीका क्या हो? मैं एक-एक पर केस करुंगा. हमें हमारी पाकिस्तान की फौज पर गर्व है. पाक पीएम बोले कि हमारे दुश्मन मुल्क को तीन हिस्सो में बांटने की कोशिश करते रहते हैं.
इमरान खान ने कहा कि हमारी पार्टी ही नेशनल पार्टी है, बाकी पार्टियां तो सूबों की पार्टियां हैं. ईंशाअल्लाह, कल आप देखेंगे कि कैसे मुकाबला करुंगा इन लोगों का. पाकिस्तान में ऐतिहासिक लेवल पर एक्सपोर्ट हुआ है. लोग ज्यादा टैक्स दे रहे हैं कि क्योंकि उनको भरोसा है कि मैं पैसे नहीं खाऊंगा. दो ऐसी ताकतें हैं जो इस मुल्क को इकठ्ठा कर रही हैं. एक है मजबूत फौज है तौ दूसरी है तहरीक-ए-इंसाफ. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि आप हैरान होंगे कि पीपल्स पार्टी के दौर में ज्यादा महंगाई थी, आज इंटरनेशनल लेवल पर महंगाई है.
इमरान खान ने कहा कि सबसे पहले अपनी कौम के नौजवानों से पांच मिनट बात करना चाहता हूं. उन्होंने कहा कि इस वक्त जिस जगह पाकिस्तान खड़ा है, ये किस तरह का पाकिस्तान बनेगा. ये मुल्क दो रास्तो पर जा सकता है. कौमों को भी ये फैसला करना पड़ता है कि हमें किस रास्ते पर जाना है. मैं ये इसलिए मदीना की रियासत की बात करता हूं, क्योंकि अल्लाह का हुक्म है कि हम उनके रास्ते पर चलें. अब कौम को ये फैसला करना है कि देश को किधर ले जाना है. नौजवानों आपको फैसला करना है. बुराई की साथ खड़े हों, सच्चाई और अच्छाई के साथ खड़े हो. इमरान बोले बुराई का साथ देने वाला तबाह हो जाता है. एक कौम तब खत्म हो जाती है, जब वो न्यूट्रल हो जाती है.