यूक्रेन में फंसे 16 हजार भारतीय को निकालने के प्रयास तेज, छात्रों का पहला जत्था रोमानिया पहुंचा

ी यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए भारत सरकार ने प्रयास तेज कर दिये हैं. सरकार फ्लाइट्?स की व्यवस्था करेगी और भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए पूरे खर्च को भी वहन करेगी.
कल रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीसीएस की बैठक की थी जिसमें प्रमुखता से भारतीय नागरिकों को निकालने के प्रयासों पर चर्चा हुई थी. आज भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है और उनसे हंगरी और रोमानिया के बॉर्डर पर जाने की अपील की जा रही है.
यूक्रेन में रहते हैं 16 हजार भारतीय
आंकड़ों के अनुसार यूक्रेन में लगभग16 हजार भारतीय रहते हैं, जिनमें स्टूडेंट्?स की संख्या सबसे ज्यादा है. यूक्रेन पर रूसी हमले के बीच भारतीय नागरिक वहां परेशान हैं और किसी तरह अपनी जान बचा रहे हैं. खासकर स्टूडेंट्?स अपना वीडियो जारी कर भारत सरकार से अपनी सुरक्षित वापसी की मांग कर रहे हैं.
रोमानिया के रास्ते होगी भारतीयों की वापसी
जानकारी के अनुसार आज दो विमान रोमानिया के लिए रवाना होगा और वहां से भारतीयों को लेकर स्वदेश लौटेगा. भारतीयों की स्वदेश वापसी के लिए कल एक बार फिर दोपहर 12 बजे सीसीएस की बैठक होगी, जिसमें इस मुद्दे पर चर्चा होगी.
यूक्रेन की राजधानी कीव के करीब पहुंची रूसी सेना

गौरतलब है कि यूक्रेन पर कल सुबह लगभग पांच बजे रूसी सैनिकों ने हमला किया. आज हमले का दूसरा दिन है. रूसी सैनिक यूक्रेन की राजधानी कीव के नजदीक पहुंच गयी है. यूक्रेन की राजधानी कीव में शुक्रवार को एक रॉकेट एक बहुमंजिला अपार्टमेंट से जा टकराया, जिससे इमारत में आग लग गई और कम से कम तीन लोग घायल हो गए. कीव के मेयर विटाली क्लिच्स्को ने यह जानकारी दी.
रिहायशी इलाकों पर भी हमला कर रही है रूसी सेना
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूसी सेना का यह दावा झूठा है कि वह रिहायशी इलाकों को निशाना नहीं बना रही है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन में सैन्य और रिहायशी, दोनों ही क्षेत्र रूसी हमलों का सामना कर रहे हैं. उधर, कीव में प्रवेश करने की कोशिशों में जुटी रूसी सेना शुक्रवार को सूमी शहर में दाखिल हो गई, जो यूक्रेन की राजधानी की ओर जाने वाले राजमार्ग पर स्थित है.

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