Adityapur: भवन निर्माण के बहाने दो दर्जन पार्षदो ने खोला अपर नगर आयुक्त के खिलाफ मोर्चा

Adityapur,17 Feb : आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या 30 में प्रस्तावित नगर निगम के नये बहुमंजिला भवन निर्माण के विरोध में नगर निगम के पार्षदो ने मोर्चा खोल दिया है। गुरूवार को आदित्यपुर के मधुबन होटल में एकजुट 20 से अधिक पार्षदो ने भवन स्थल चयन का विरोध किया । पार्षदो का कहना है कि जागृति मैदान में बननेवाले भवन को किसी वैसी जगह स्थांतरित किया जाए जहां बच्चों के खेलने का मैदान नहीं हो और आमजन को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो। पार्षदो ने कहा कि इस मैदान में खेल का आयोजन होता है। पार्षदो का कहना है कि अपर नगर आयुक्त भवन निर्माण को लेकर मनमानी कर रहे है। उन्होंने कहा इस विषय को बोर्ड की बैठक में बगैर लाये भवन निर्माण को स्वीकृति प्रदान करना गलत है। इसके खिलाफ पार्षदो का प्रतिनिधिमंडल मेयर विनोद श्रीवास्तव और डिप्टी मेयर अमित सिंह उर्फ बॉबी सिंह को ज्ञापन सौंपेंगा। विरोध करनेवाले पार्षदो में डिप्टी मेयर के करीबी वार्ड संख्या 18 के पार्षद रंजन सिंह तथा बरजोराम हांसदा काफी मुखर थे। उनके साथ पुनम बेसरा, रिकू राय, प्रभासिनी कालूंडिया, ज्योत्सना एक्का, बिक्रम किस्कू, धीरेन महतो, राजरानी महतो, मनोरमा देवी, गीता देवी, नथुनी सिंह, जूली महतो, अभिजीत महतो, नील पदमा विश्वास, रिता देवी समेंत कई पार्षद शामिल थे।
नगर निगम का भवन तो बहाना, असल में अपर नगर पर दबाव है बनाना !
आदित्यपुर नगर निगम के भवन निर्माण का विरोध को लेकर अचानक इतने पार्षदो का आदित्यपुर के एक निजी होटल में एकत्रित होकर पांच मंजिला भवन निर्माण का विरोध करना आदित्यपुर नगर निगम में जनप्रतिनिधियों पर हावी अफसरशाही रवैया को वजह माना जा रहा है। होटल में मौजूद पार्षद कैमरे के पीछे अफसर के रवैये पर नाराजगी जता रहे थे। सभी पार्षदो की अपनी अपनी समस्या था जिसे बैठक में व्यक्त किया गया। कई महीनों से नाराज चल रहे इन पार्षदो को नगर निगम के भवन के बहाने डिप्टी मेयर के दो करीबी पार्षद बरजोराम हांसदा और रंजन सिंह ने एकजुट किया। सूत्रों की माने तो आदित्यपुर नगर निगम में मेयर को छोड़ अन्य जनप्रतिनियों को कोई खास तवज्जो नहीं दी जा रही है।

2019 में भी इसी तरह एकजुट हुए थे पार्षद

वर्ष 2019 में पार्षद डिप्टी मेयर के नेतृत्व में तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी दीपक सहाय के खिलाफ एकजुट हुए थे। उस समय डिप्टी मेयर के नेतृत्व में यह रणनीति बनायी गयी थी। हालांकि इस बार पर्दे के पीछे डिप्टी मेयर को बताया जा रहा है। कहा जाता है होटल में पार्षदो को एकजुट करने का सारा इंतजाम डिप्टी मेयर की तरफ से ही किया गया था।

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