गुवा संवाददाता। सेल की गुवा खादान प्रबंधन द्वारा गुवा में संचालित डीएवी स्कूल के वर्ग चार (अ) के कमरे का रुफ सिलिंग गिरने से छ: बच्चे गंभीर रुप से घायल हो गये। सभी घायल बच्चों को सेल की गुवा अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनका इलाज जारी है। यह घटना आज सुबह लगभग साढ़े दस बजे के करीब की बताई जा रही है। इस घटना की खबर पाकर बच्चों के अभिभावकों का भारी जमावडा़ अस्पताल में लग गया है।सभी अभिभावक अपने-अपने बच्चों की स्थिति जानने की कोशिश में लगे है।घटना की खबर पाकर जाँच हेतु गुवा थाना प्रभारी अनिल कुमार यादव भी स्कूल व अस्पताल पहुंचे।अभिभावकों का भारी आक्रोश विद्यालय के प्राचार्य मनोज कुमार के खिलाफ दिखा, क्योंकि वह बच्चों को देखने अस्पताल में नहीं पहुंचे। बच्चों के अभिभावकों के अलावे मजदूर नेता अन्तर्यामी महाकुड़ ने बताया की विद्यालय प्रबंधन हमेशा स्कूल फीस बढा़ रही है लेकिन बच्चों की सुरक्षा, बेहतर शिक्षा व संसाधन को विकसित करने पर थोडा़ भी ध्यान नहीं दे रही है।उन्होंने प्राचार्य मनोज कुमार से बात करते हुये आरोप लगाया की दुर्घटना के बाद बच्चों को तत्काल अस्पताल पहुंचाने में देरी हुई एंव घायल छात्र-छात्राओं के अभिभावकों को समय पर घटना की जानकारी नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में महीनों से स्कूल बंद था, फिर खराब रूफ सिलिंग की मरम्मती क्यों नहीं कराई गई।इस घटना को लेकर विद्यालय प्रबंधन मुख्य रूप से जिम्मेदार है। अभिभावकों व अन्तर्यामी महाकुड़ के सवालों का जबाब देते हुये प्राचार्य मनोज कुमार ने बताया की यह विद्यालय भवन सेल का और उनके द्वारा संचालित है। खराब रूफ सिलिंग को ठीक करने हेतु सेल प्रबंधन को कहा गया था लेकिन वह नहीं कराये। दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण है तथा घटना के तत्काल बाद घायल बच्चों को अस्पताल भेजवाया गया। इस संबंध में देवी स्कूल गुवा के प्राचार्य मनोज कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि स्कूल में जो बच्चों का फीस लिया जाता है वह गुवा सेल प्रबंधन के अकाउंट में जाता है। और यह स्कूल पूरी तरह सेल प्रबंधन द्वारा संचालित है। घटना के पूर्व स्कूल मरम्मत के लिए कई बार सेल प्रबंधन को पत्र लिखा जा चुका है उसके बावजूद नहीं किया गया इसकी जिम्मेवारी सेल प्रबंधन की है। साथ ही इस संबंध में गुवा सेल के मुख्य महाप्रबंधक विपिन कुमार गिरी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि गोवा डीएवी स्कूल के प्राचार्य मनोज कुमार के द्वारा स्कूल मरम्मती का कोई भी लिखित सूचना नहीं दी गई है। अगर सूचना दी जाती तो सेल उसे जरूर मरम्मत करवाता। इस घटना के संबंध में मजदूर नेता रामा पांडे ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना है। इसमें कहीं ना कहीं स्कूल प्रबंधन एवं सेल प्रबंधन दोनों जिम्मेवार है। इसकी जांच होनी चाहिए और जिस ठेकेदार के द्वारा स्कूल बनाया गया उसे ब्लैक लिस्ट कर दिया जाए। साथ ही श्री पांडे ने कहा कि स्कूल में बच्चों की अच्छी शिक्षा व्यवस्था नहीं है। डीएवी स्कूल में सभी शिक्षक राजनीति का अखाड़ा बनाए हुए हैं। हमारी मांग है कि सेल प्रबंधन और स्कूल प्रबंधन स्कूल को दुरुस्त करें और इसे राजनीति ना बनाकर बच्चों को शिक्षित करें। दुर्घटना में घायल डीएवी गुवा स्कूल के वर्ग चार (अ) के छात्र-छात्राओं में प्रतिभा करुवा (11 वर्ष), जश्मिन पूर्ति (10 वर्ष), कृतिका दलई (10 वर्ष), अर्पिता कुमारी (11 वर्ष), प्रियांशी नायक (10 वर्ष) एंव गुंजन गोप (11 वर्ष) शामिल हैं. इस सेक्शन में 45 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे थे जिसमें बाकी बाल-बाल बच गये।