जमशेदपुर, 8 फरवरी (रिपोर्टर): मानगो डिमना रोड स्थित गंगा मेमोरियल हॉस्पिटल के संचालक डा. नागेेन्द्र सिंह ने कहा कि इन दिनों कब्ज की वजह से पाइल्स की बीमारी तेेजी से बढ़ रही है. लॉकडाउन के बाद अभी पाइल्स की तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. उन्होंने कहा कि पाइल्स दो तरह के होते हैं जिनमें पहला खूनी व दूसरा वादी पाइल्स. इस बीमारी का इलाज ऑपरेशन है. मरीजों की दूरबीन से पाइल्स का ऑपरेशन बेहतर है.
मंगलवार को मानगो डिमना रोड स्थित गंगा मेमोरियल हॉस्पिटल में प्रेसवार्ता में डा. नागेन्द्र सिंह ने कहा कि लॉकडाउन के बाद अभी पाइल्स मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है. कोरोना महामारी के दौरान लोगों की दिनचर्या प्रभावित हुई हैं. लोग घरों में ही कैद रहे. इस दौरान बाहर आना-जाना, खेलना-कूदना व सभी तरह के फिजिकल गतिविधियां बंद होने से लोगों में कब्जियत की समस्या और पेट की बीमारी की समस्या बढ़ गई है. कब्ज के कारण पेट साफ नहीं होता है और मल त्याग में जोर लगाना पड़ता है जिसकी वजह से पाइल्स की समस्या शुरू हो जाती है. उन्होंने कहा कि गर्भावस्था व प्रसूति के समय यह परेशानी और भी बढ़ जाती है.
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दूरबीन से पाइल्स का बेहतर ऑपरेशन
डा. नागेन्द्र सिंह ने कहा कि पाइल्स बीमारी दो तरह की होती है, पहला खूनी व दूसरा वादी पाइल्स. पाइल्स का दूरबीन विधि से ऑपरेशन किया जाता है जो बेहतर है. उन्होंने कहा कि इस नई तकनीक को आयुष्मान भारत योजना में पुनर्विचार के साथ शामिल करने की मांग की जिससे अधिक से अधिक गरीबों को इसका फायदा मिल सके. दूरबीन पद्धति के तहत आपरेशन होने से न तो खून चढ़ाने की जरूरत होती है और न अधिक दवा खाने जरूरत होती है. दो दिनों में मरीज पूरी तरह ठीक हो जाता है वह चलने फिरने लगता है. उन्होंने कहा कि पुरानी विधि में काट कर ऑपरेशन किया जाता है.
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पाइल्स से बचाव को करें उपाय
उन्होंने कहा कि पाइल्स से बचाव के लिए लोगों को भोजन में रेशेदार पदार्थ करना चाहिए. अधिक मात्रा में पानी पीएं. समय पर भोजन करें. खाद्य पदार्थों को चबा कर खाएं. फल, साग व सब्जी का सेवन करें. उन्होंने कहा कि लोगों को शारीरिक व्यायाम करना चाहिए.