चांडिल । धनबाद, बोकारो व कोयलारी क्षेत्रों में चल रही स्थानीय नीति और क्षेत्रीय भाषा आंदोलन की चिंगारी अब कोल्हान में भी भड़क उठी है। आज शाम को झारखंडी भाषा संघर्ष समिति के बैनर तले चांडिल के फोदलोगोड़ा में मशाल जुलूस निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया गया। फदलोगोड़ा चौक पर खतियान आधारित स्थानीय और नियोजन नीति बनाने, बाहरी भाषा को क्षेत्रीय भाषा के सूची से हटाने, एसटी एससी और ओबीसी का आरक्षण 50 से बढ़ाकर 73% करने के मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इससे पूर्व फोदलोगोड़ा गांव से एनएच 33 चौक तक मशाल जुलूस निकाला गया। ततपश्चात सभा का आयोजन किया हुआ। इस दौरान हेमंत सरकार वादा निभाओ, बाहरी भाषा नहीं चलेगा इत्यादि नारे लगाए गए। यहां वक्ताओं ने कहा कि किसी भी सरकार को काम करने के लिए दो साल काफी होता है। हेमंत सरकार खतियान आधारित स्थानीय नीति बनाने के मुद्दे के साथ सरकार में काबिज हुआ लेकिन सत्ता में आने के बाद मुद्दे भूल गई। कहा गया कि बाहरी भाषा को क्षेत्रीय भाषा के सूची में डाला जा रहा है, जिसका हमलोग विरोध करते है। वहीं, खतियान आधारित स्थानीय नीति की मांग करते हैं। चुनाव से पहले वादा किया था कि एसटी एससी और ओबीसी का आरक्षण 50% से बढ़ाकर 73% करने का था, लेकिन उसे भी लागू नहीं किया गया। इस मौके पर राहुल महतो, आकाश महतो, नारायण महतो, नरेश महतो, राजकिशोर महतो, छोटू सोरेन, सुमित महतो, आंकुर महतो, दीपक महतो, भास्कर सिंह सरदार, सुजीत सिंह सरदार, समीर तंतुबाई उपस्थित थे।