पटना : लालू प्रसाद पटना आने वाले हैं। ये लगभग तय हो चुका है कि अगर स्वास्थ्य कारण नहीं रहे तो वो 8 फरवरी को पटना में होंगे। 10 फरवरी को कार्यकारिणी की बैठक में हिस्सा लेंगे। और यहीं साफ हो जाएगा कि आरजेडी के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष का ताज किसके सर पर होगा और कब ये ताज पहनाया जाएगा। 10 फरवरी को जगदानंद सिंह का कार्यकाल खत्म हो रहा है और राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का भी। माना जा रहा है कि इस बार कार्यकारिणी की बैठक अहम होने वाली है क्योंकि लालू प्रसाद यादव इस बैठक में सशरीर शामिल होने की कोशिश कर रहे हैं। संभवत: लालू प्रसाद यादव इस बैठक में शामिल होकर सभी कार्यकारिणी सदस्य को साफ कर दें कि अब तेजस्वी के हाथ में ही आरजेडी की कमान होगी जाने वाली है। साथ ही वो तेजस्वी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बना बनाने की तारीख भी तय कर सकते हैं। फिलहाल लालू प्रसाद यादव दिल्ली में हैं।
पार्टी के भीतर से मिल रही जानकारी के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की जगह उदय नारायण चौधरी या आलोक मेहता में से किसी एक नाम पर मुहर लग जाएगी। जिस पर विचार चल रहा है। बता दें कि लालू प्रसाद यादव के बड़े लाल यानी तेज प्रताप यादव और जगदानंद सिंह के बीच काफी टकराव रहा है। लगातार तेज प्रताप यादव जगदानंद सिंह के खिलाफ बयानबाजी करते रहे हैं। यहां तक कि उन्हें हिटलर तक बता दिया था। हालांकि तेज प्रताप के ऐसे बयानों से न तो राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद पर कोई असर पड़ा न जगदानंद सिंह को हटाने की मांग का ही कोई असर उन पर दिखा। उल्टे तेज प्रताप को ही इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। पार्टी के भीतर इस टकराव की वजह से उनकी छवि पार्टी विरोधी बनी। लेकिन अब वो वक्त आ गया है जब जगदानंद सिंह का कार्यकाल पूरा हो रहा है। उनकी जगह किसी और को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी जानी है। अब तेजस्वी को कमान सौंपने और तेज प्रताप को उनकी बात मान लेने का झांसा देकर इस मौके का फायदा उठाया जाएगा।