प्रदीप बालमुचु और सुखदेव भगत की घर वापसी:नए झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने दिलाई सदस्यता

रांची पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टियों से विधानसभा चुनाव लड़ने वाले झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष सुखदेव भगत और प्रदीप बालमुचू की सोमवार को घर वापसी हुई । दोनों को कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में नए प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने विधिवत रूप से सदस्यता दिलाई। इस मौके पर झारखंड कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष डा अजय कुमार और झारखंड कांग्रेस के सह प्रभारी उमंग स‍िंंघार,मंत्री रामेश्वर उरांव और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, भी उपस्थित रहे।
झारखंड प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी RPN सिंह के BJP का दामन थामने के बाद इसी सप्ताह भगत और बालमुचू दिल्ली दरबार में पहुंचे थे। इसके बाद उनकी एंट्री लगभग तय मानी जा रही थी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की रणनीति के बाद अब विधिवत रूप से दोनों की वापसी हुई।
इस दौरान प्रदीप बालमुचु ने कहा कि इस परिवार का महत्व नहीं समझ पाए। दो साल वनवास के लिए परिवार में शामिल होना चाह रहा था। राहुल गांधी और सोनिया गांधी के भरोसे पर खरा उतरुंगा। संगठन को मजबूत बनाउंगा। सुखदेव भगत ने कहा कि परिस्थितिजन्य जो राजनीतिक भूल किया था उसे सुधारने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि उनके डीएनए में कांग्रेस है। जहां भी रहा रोम-रोम में कांग्रेस ही रहा।
इससे पहले भी उनकी ओर से आलाकमान को पार्टी में वापसी के लिए आवेदन दिया गया था, लेकिन उनकी वापसी लगातार अटक रही थी। ऐसा माना जा रहा था कि सुखदेव भगत की एंट्री से कांग्रेस के कई सीनियर लीडर में नाराजगी बढ़ सकती है। खासकर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, जो लोहरदगा से ही सुखदेव भगत को हराकर विधानसभा पहुंचे हैं।

पार्टी के विरुद्ध चुनावी मैदान में उतरने वाले लोगों की वापसी नहीं
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने साफ कर दिया था, ‘पार्टी के विरुद्ध चुनावी मैदान में उतरने वाले लोगों की वापसी नहीं होगी।’ हालांकि, झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए अध्यक्ष के रूप में राजेश ठाकुर के आने के बाद फिर से यह चर्चा शुरू हो गई थी कि दोनों की वापसी होगी।
पिछले विधानसभा चुनाव में दोनों ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी। जिसके बाद सुखदेव भगत भाजपा में शामिल हो गए थे। वहीं, प्रदीप बलमुचू ने आजसू का दामन थामा था। ये भी बता दें कि, दोनों के कांग्रेस छोड़ने के बाद, दोनों ने पिछला विधानसभा चुनाव हार गए थे। सुखदेव भगत लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव हारे थे। वहीं, प्रदीप बलमुचू को घाटशिला विधानसभा क्षेत्र से चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था।

Share this News...