संसद के संयुक्त सत्र को राष्ट्रपति ने किया संबोधित: ट्रिपल तलाक, काशी और कश्मीर का जिक्र

New Delhi 31 januaqry बजट सेशन के दौरान सोमवार को संसद के संयुक्त सत्र को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संबोधित किया। 52 मिनट के इस भाषण में राष्ट्रपति ने सरकारी योजनाओं की तारीफ की। तीन तलाक और किसानों का जिक्र किया। कोविंद ने जब-जब सरकारी योजनाओं की बात की, तब तब सदन तालियों से गूंज उठा।
कोविंद ने कहा, “मैं देश के उन लाखों स्वाधीनता सेनानियों को नमन करता हूं, जिन्होंने अपने कर्तव्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी और भारत को उसके अधिकार दिलाए। आजादी के इन 75 वर्षों में देश की विकास यात्रा में अपना योगदान देने वाले सभी महानुभावों का भी मैं श्रद्धापूर्वक स्मरण करता हूं।”

सबका साथ-सबका विकास
राष्ट्रपति बोले, “सरकार और नागरिकों के बीच यह परस्पर विश्वास, समन्वय और सहयोग, लोकतंत्र की ताकत का अभूतपूर्व उदाहरण है। इसके लिए मैं देश के प्रत्येक हेल्थ और फ्रंट लाइन वर्कर का, हर देशवासी का अभिनंदन करता हूं। मेरी सरकार सबका साथ, सबका विकास पर चलते हुए सशक्त भारत के निर्माण की तरफ चल रही है।”

वैक्सीन लगाने का रिकॉर्ड बनाया
वे बोले कि कोरोना महामारी की परिस्थितियों में हमारी सरकार और नागरिकों के बीच परस्पर भरोसा बना रहा है। हमने एक साल से भी कम समय में 150 करोड़ से भी ज्यादा वैक्सीन लगाने का रिकॉर्ड कायम किया है। देश में 70% से ज्यादा लोग एक डोज ले चुके हैं। इसी माह 15 वर्ष से ज्यादा के किशोर-किशोरियों को भी वैक्सीन दी जा रही। प्रिकॉशन डोज भी दी जा रही है। भारत में बनी वैक्सीन दुनियाभर में काम आ रही है।
सबसे बड़ा फूड डिस्ट्रिब्यूशन प्रोग्राम चल रहा
राष्ट्रपति ने कहा, “आयुष्मान स्वास्थ्य मिशन की मदद से 80 हजार से अधिक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खुले हैं। सरकार ने 8,000 से अधिक जन औषधि केंद्र बनाए हैं। भारतीय फार्मा कंपनियों के प्रोडक्ट 180 देशों में पहुंच रहे हैं। योग और आयुष उत्पादों की मांग बढ़ रही है। दुनिया के पहले WHO सेंटर ऑफ ट्रैडीशनल मेडिकल हेल्थ की शुरुआत भारत में की जा रही है। कोरोना में हमने बड़े देशों में खानपान की त्रासदी देखी है, लेकिन हमारी सरकार ने ऐसा नहीं होने दिया। हमारी सरकार दुनिया का सबसे बड़ा फूड डिस्ट्रिब्यूशन प्रोग्राम चला रही है।”
किसानों और श्रमिकों के लिए कदम उठाए
राष्ट्रपति ने कहा कि देश में स्वनिधि रोजगार योजना भी चलाई जा रही है। श्रमिकों के लिए ई-श्रम पोर्टल भी शुरू किया है। महामारी की बाधाओं के बावजूद बड़ी संख्या में घरों को नलों से जोड़ा गया है। इसका सबसे बड़ा फायदा महिलाओं को हुआ है। खरीफ की फसलों की खरीद से 1.30 करोड़ किसान लाभान्वित हुए। वर्ष 2020-21 के दौरान निर्यात तकरीबन 3 लाख करोड़ पहुंच गया। देश के 8 करोड़ से ज्यादा किसानों को एक लाख करोड़ से ज्यादा धनराशि दी जा चुकी है। सरकार ने कोरोना काल में सब्जियों, फलों और दूध जैसी जल्दी खराब होने वाली चीजों के लिए रेल चलाई।

महिलाओं को सशक्त किया गया
उन्होंने कहा, “महिला सशक्तिकरण सरकार की प्रमुख योजनाओं में से एक है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के पहले से अच्छे परिणाम सामने आए हैं। बेटियों की विवाह की उम्र बढ़ाकर लड़कों के बराबर करने के सरकार के फैसले को समाज ने स्वीकार किया। देश की शिक्षा नीति में जेंडर इन्क्लूसिवनेस को बढ़ावा दिया गया है। सैनिक स्कूलों में लड़कियों को जगह मिलेगी, NDA में महिलाओं का पहला बैच जून में आ जाएगा।”
टोक्यो में दुनिया ने भारत की क्षमता देखी
उन्होंने कहा कि टोक्यो ओलिंपिक के दौरान हमने भारत की क्षमताओं को देखा है। भारत ने इसमें 7 मेडल जीते। पैरालिंपिक में भी भारत ने 19 पदक जीते। पैरा खिलाड़ियों को अच्छी ट्रेनिंग देने के लिए सरकार ने ग्वालियर में सेंटर फॉर डिसेबिलिटी तैयार किया है।
स्टार्टअप, MSME और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर काम हुआ
कोविंद ने कहा, “40 से अधिक यूनिकॉर्न स्टार्टअप अस्तित्व में आए। भारत टेक्नोलॉजी की दिशा में भी तेजी से काम कर रहा है। सरकार ने कई नए सेक्टरों में एंट्री के द्वार खोले हैं। देश फिर से विश्व की तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन गया है। देश में विदेशी निवेश लगातार बढ़ रहा है। 48 बिलियन डॉलर का विदेशी निवेश शुरुआती 7 महीनों में आया है। हाल की योजनाओं से साढ़े 13 लाख MSME को दिया गया। इंफ्रास्ट्रक्चर-विकास कार्यों को रफ्तार देने के लिए अलग-अलग मंत्रालयों के काम को प्रधानमंत्री गतिशक्ति मंत्रालय के तहत एकसाथ जोड़ा है।”
. देश में कनेक्टिविटी बेहतर हुई
उन्होंने कहा कि आज देश के नेशनल हाईवे पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक जोड़ रहे हैं। देश में हाइवे की लंबाई बढ़ी है। सरकार रेलवे का तेज गति से आधुनिकीकरण कर रही है। भारत आज दुनिया के चार सबसे बड़े ड्राइवरलेस ट्रेन वाले देशों में शामिल हो गया है। सागरमाला परियोजना के तहत कुल 11 जलमार्गों को राष्ट्रीय जलमार्ग घोषित किया गया है।
स्पेस, डिफेंस और ड्रोन के एरिया में तरक्की
कोविंद ने रक्षा और ड्रोन जैसे मुद्दों का भी जिक्र किया। कहा कि स्पेस को प्राइवेट सेक्टर के लिए खोलकर असीमित संभावनाओं का आकाश तैयार किया गया है। ड्रोन टेक्नोलॉजी को लेकर भी सरकार तेजी से काम कर रही है। डिफेंस सेक्टर में देश की उत्पादकता लगातार बढ़ रही है। सरकार ने 209 ऐसे साजो-सामान की सूची तैयार की है, जिन्हें विदेश से नहीं खरीदा जाएगा।
काशी और कश्मीर का भी जिक्र
राष्ट्रपति के भाषण में काशी और कश्मीर का भी जिक्र हुआ। उन्होंने कहा, “100 साल पहले काशी से चोरी हुई मां अन्नापूर्णा की मूर्ति को वापस लाकर काशी में पुनर्स्थापित किया गया। जम्मू-कश्मीर के लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए 7 मेडिकल कॉलेज शुरू किए जा रहे हैं। पूर्वोत्तर के सभी राज्यों के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। रेल और हवाई कनेक्टिविटी का सपना साकार होने जा रहा है।”

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