चंडीगढ़: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सिद्धू को लेकर बड़ा बयान दिया है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि प्रदेश में जब उनकी सरकार बनी तो नवजोत सिंह सिद्धू को मंत्रालय में रखने के लिए पाकिस्तान के पीएम का मैसेज आया। मुझसे कहा गया कि सिद्धू मेरा अच्छा दोस्त है। उसे सरकार में रख सकते हो तो रख लो। काम नहीं करेगा तो निकाल देना।
कैप्टन ने कहा कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने उन्हें फोन पर भेजे मैसेज भेजा और लिखित में सिफारिश की थी। चूंकि मैं इमरान खान से न तो कभी मिला था और न ही व्यक्तिगत तौर उन्हें जानता था, इसलिए पंजाब में कांग्रेस की जीत के तुरंत बाद ऐसा संदेश देखकर मैं हैरान ही नहीं हुआ, बल्कि मुझे बड़ा झटका लगा कि एक व्यक्ति को राज्य का मंत्री पद दिलाने के लिए कैसे दूसरे देश का प्रधानमंत्री और उसके करीबी दबाव डाल रहे हैं।
कैप्टन का दावा : सोनिया-प्रियंका गांधी को भेजा था मैसेज
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि मैंने सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को ये मैसेज भेजे। इस पर सोनिया का जवाब नहीं आया, लेकिन प्रियंका ने कहा कि बेवकूफ आदमी है जो ऐसे मैसेज करवा रहा है।
इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में गए थे सिद्धू
2017 में पंजाब में कांग्रेस की सरकार बनने पर अमरिंदर सिंह के सरकार में सिद्धू मंत्री बने। हालांकि वो लगातार विवादों में बने रहे और 2019 में उन्होंने मंत्री पद छोड़ दिया। उन्होंने कई बार अमरिंदर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। 2018 में इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान जाने के लिए भी सिद्धू खूब निशाने पर रहे। इसके लिए अमरिंदर सिंह ने भी सिद्धू की आलोचना की। अब अमरिंदर सिंह ने कहा है कि मुझे पाकिस्तान से संदेश मिला था कि नवजोत सिद्धू को सरकार में बहाल किया जाए, क्योंकि वह इमरान खान के पुराने दोस्त हैं।
सिद्धू के पास दिमाग नहीं
अमरिंदर सिंह ने एक दिन पहले रविवार को भी सिद्धू पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि राज्य कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के पास दिमाग नहीं है। उन्होंने सिद्धू के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर कहा, मैंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पांच साल पहले पार्टी में इस अक्षम व्यक्ति को शामिल नहीं करने की सलाह दी थी।