नई दिल्ली
बॉलिवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह अक्सर अपने बयानों के कारण चर्चा में रहते हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि ये गृह युद्ध के लिए अपील कर रहे हैं। नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि हममें से 20 करोड़ लोग इतनी आसानी से नष्ट होने वाले नहीं हैं। हम 20 करोड़ लोग लड़ेंगे।
नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि मुसलमानों के बीच डर पैदा करने की कोशिश की जा रही है। हम 20 करोड़ लोग यहीं के हैं और मैं इस बात को लेकर निश्चिंत हूं कि यदि कोई अभियान शुरू होता है तो कड़ा प्रतिरोध होगा और लोगों का गुस्सा फूट पड़ेगा।
नसीरुद्दीन शाह ने मुगलों के अत्याचार को झूठा बताते हुए उन्हें रिफ्यूजी बताया। नसीरुद्दीन शाह ने मुगलों की तारीफ करते हुए कहा कि मुगलों का इस देश में बहुत योगदान रहा है। मुगलों ने देश में कई ऐतिहासिक स्मारक और गौरवशाली इतिहास दिया है। मुगलों ने संगीत, नृत्य और पेटिंग की परंपरा दी। एक न्यूज पोर्टल को दिए इंटरव्यू में नसीरुद्दीन शाह ने यह बातें कही। नसीरुद्दीन शाह के बयान पर सोशल मीडिया पर लोगों के अलग- अलग रिएक्शन सामने आ रहे हैं।
नीलम शर्मा नाम की यूजर ने ट्विटर पर लिखा है कि पहले रिफ्यूजी बनकर आए और जो यहां के थे उन्हें ही रिफ्यूजी बना दिया। एक दूसरी यूजर नमिता ने लिखा है कि अभी देखा नसीरुद्दीन शाह का इंटरव्यू। उनके गुस्से को महसूस किया, ‘बिना लड़ाई के नहीं जाएंगे’ वाली भावना। 2014 से पहले, उन्हें केवल एक अभिनेता के रूप में ही सोचा। अपने धर्म पर कभी ध्यान ही नहीं दिया। एक अन्य यूजर अमनप्रीत तोहरा ने लिखा है कि मुगलों ने भारत की वास्तुकला में योगदान दिया जिसकी वजह से हमारा टूरिज्म सेक्टर है।